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चीर को तुम | Cheer ko tum

" चीर को तुम " ( Cheer ko tum )   समझ पाते अविरल चक्षु नीर को तुम। कब तक खींचोगे हमारे चीर को तुम।।   बहुत कुछ खोया तब...

थी अधुरी प्यार की दिल में रवानी देखिए | Adhuri pyar...

थी अधुरी प्यार की दिल में रवानी देखिए ( Thi Adhuri Pyar Ki Dil Mein Ravani Dekhiye )     थी अधुरी प्यार की दिल में रवानी देखिए वो...

बेबाक रघुवंश बाबू | Raghuvansh Babu Par Kavita

बेबाक रघुवंश बाबू! ( Bebaak Raghuvansh Babu )    पंचतत्व में विलीन हुए रघुवंश बाबू, राजनीति में चलता था उनका जादू। बेबाक थे ,बेबाक रहे, जो जी में आया वही...

मुरझायेगे गुल किसे पता था | Love Ghazal in Hindi Font

मुरझायेगे गुल किसे पता था  ( Murjhayenge gul kise pata hai )   मुरझायेगे गुल किसे पता था तूफान ऐसा यहाँ चला  था   यकीन पे दोस्ती करी उससे करेगा धोखा...

हिंदी भाषा को व्यावहारिक बनाना जरूरी है

हिंदी भाषा को व्यावहारिक बनाना जरूरी है ( It is necessary to make Hindi language practical )    हर साल 14 सितंबर को हिंदी दिवस मनाया जाता...

ख्वाब और हकीकत | Poem khwab aur haqeeqat

ख्वाब और हकीकत ( Khwab aur haqeeqat )   अब ख्वाबों में नहीं  हकीकत जीता हूं यारों,        ख्वाब सूर्य पकड़ा        हकीकत जुगनू…. ख्वाब समुद्र में...

हाय री सरकार | Hi Ri Sarkar

हाय री सरकार ( Hi Ri Sarkar )    सड़क पर  निकल पड़ी है  नौजवानों की एक भीड़ बेतहासा बन्द मुठ्ठी, इन्कलाब जिन्दाबाद  के नारों के साथ.  सामने खड़ी है एक फौज मुकम्मल चौराहे पर  हाथ में...

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी को स्वीकार करना वक्त...

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी  ( Badalte samay ke sath badalti hui Hindi )    हिंदी दिवस आते आते हिंदी भाषा की चर्चा जोर पकड़...

सच्चाई की ताकत | Sachai ki taqat poem

सच्चाई की ताकत ( Sachai ki taqat )  किन्तु परन्तु में न अमूल्य समय गंवाए, जो बात सही हो, खरी खरी कह जाएं। होती अद्भुत है सच्चाई की...

देवनागरी | Kavita Hindi Bhasha Par

देवनागरी ( Devanagari )   करत कलोल बोल कोयल सी अनमोल, ढोल बावन ढंग की बजावति देवनागरी।     खड्ग उठाइ शव्द भानु के जगाई तब, सबही केज्ञान सिखावति देवनागरी।।     गगन जनन मन...