आया मौसम बसंत का
आया मौसम बसंत का
(बंसत-पंचमी पर विशेष )
शीतल-मंद बयार बहाता आया मौसम बसंत का।
अपनी खुशबू से महकाता आया मौसम बसंत का।।
कङकङाती-ठण्ड का भी अंत जैसे हो गया।
कुदरत का श्रृंगार करता आया मौसम बसंत का।।
रंग-बिरंगे फूलों के संग रंग-बिरंगी तितलियां।
भ्रमर कलियों पर मंडराता आया मौसम बसंत का।।
प्रेमी-प्रेमिका ,कविजन सब इसका अभिनंदन करते।
खुद को ऋतुराज कहलाता आया मौसम बसंत का।।
सर्दी है ना गर्मी है मौसम सुहाना हो गया।
“कुमार”सबके मन को भाता आया मौसम बसंत का।।