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जंगल | Jungle par Bhojpuri kavita
” जंगल “ ( Jungle ) जंगल हऽ देश के थाथी जे में रहे हाथी गाछ, पेड़ बरसाती चिता, शेर अउर कई गो जाती जंगल हऽ देश के थाथी जे में रहे सब जानवर के निवास सब चिड़ियन के रहे वास जड़ी बुटी के सब प्रजाती जंगल हऽ देश के थाथी सब फल के…
समोसा | Samosa par Bhojpuri Kavita
समोसा ( Samosa ) आज खड़ा रहनी हम बजार में भिंड भरल रहे अउर सबे रहे अपना काम में दुकानदार चिललात रहे हर चिज़ के दाम के तले एगो लइका ले उडल कवनो समान के चोर चोर कह सभे चिल्ला उठल का चोरइले रहे ना केहु के पता चलल उ लइका आवाज सुन डेरा…
मिठ्ठा | Miththa Bhojpuri Kavita
मिठ्ठा ( Miththa ) मिठ्ठा के गोली, भेल्ली कहाला कई गो दवाई में, काम आ जाला गनना के रस पाक के भेलली हो जाला चना के साथ सबेरे खोजाला गोर होय या करिया सस्ता बिकाला चिउड़ा फूला के ओमे मिसाला मरचा आ नुन संगे धराला सट-सट सबके खुबे घोटाला भुजा के संगे भी कट-कट…
गीत तिरंगा के | Geet Tiranga Ke
गीत तिरंगा के ( Geet Tiranga Ke ) तीन रंग तिरंवा के शान बाटे गोरिया तीन रंग तिरंवा के शान बाटे गोरिया, हमार रंग आपन, जान बाटे गोरिया, हमार,,,,। तीन रंग तिरंगवा के दिहीं सलामी एतना सतवलस अंगरेजवा हरामी लागल एह में परान बाटे गोरिया, हमार,,,। खुदी शेखर के बा जोड़ी दिआइल ललना करेजवा के…
स्कूल | School par Bhojpuri kavita
स्कूल ( School ) ज्ञान के अंगना में आवऽ, फिरु से हम पलि बढ़ी कहीं हिम्मत, कहीं बेहिम्मत, मिल के हम इतिहास गढ़ी कबो सर जी के आहट से चारों ओर सननाहट से ज्ञान से अजोर करी आवऽ फिर हम जोर करी कबो कबड्डी, कबो क्लास कबो झगड़े के प्रयास हर बात में रूठा…
काहे कहेल दुनिया बाटे खराब | Duniya bate Kharab Bhojpuri Kavita
काहे कहेल दुनिया बाटे खराब ( Kahe kahel duniya bate kharab ) दुख के घड़ी में सभे याद आइल सुख के घड़ी में जब सभे भुलाईल तब केके सहारा चाहि हो यार काहे कहेल दुनिया बाटे खराब पइसा घमडे तु मरत रहलऽ दुसरा के देख के तू जरत रहलऽ नाहिं जनलऽ तू कथी कहल…