
भगवान परशुराम
( Bhagwan Parshuram )
शुभ तिथि को जन्म दिया भगवान परशुराम
सत्य सनातन रक्षक त्यागी तपस्वी निष्काम
परसु अस्त्र मिला शिव से परशुराम कहलाए।
शस्त्र विद्या में महागुरु भार्गव गोत्र कुल पाए।
धरा क्षत्रिय विहीन इक्कीस बार कर दिखलाए
ब्राह्मण पुत्रों को दी शिक्षा भीष्म कर्ण भी पाए
वैदिक संस्कृति प्रचारक की कुदरत के हो पालक
ब्राह्मण कुल में जन्म लिया क्षत्रिय वंश संचालक
प्रकृति से जुड़े रहे सदा पशु-पक्षी भाषा जाने
भर बिन प्रीत नहीं जगत में सारी दुनिया माने
दिव्यतेज तपस्वी जीवन तपोबल सुयश पाया
त्रेतायुग में राम मिले द्वापर द्वारिकाधीश आया
कवि : रमाकांत सोनी
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )