अच्छा समाज कैसे हो संभव ?

जब तक हम नहीं सुधरेंगे तब तक एक अच्छे समाज का निर्माण संभव नहीं। जब आप गलत होते हुए भी अच्छा बनने का नाटक...

तारीखें

तारीखें   क्या तारीखें सच में होती हैं ?? समय तो शाश्वत है न!! यह तो तारीखों में बंधा नही फिर तारीखों का क्या काम ?...

धैर्य | Dhairy

 धैर्य ( Dhairy ) धैर्य यानी वह धागा जो आपको जोड़े रखता है। टूटने नही देता। यह एक ऐसी लौ है जो दिखती नही है।...

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी को स्वीकार करना वक्त...

बदलते समय के साथ बदलती हुई हिंदी  ( Badalte samay ke sath badalti hui Hindi )   हिंदी दिवस आते आते हिंदी भाषा की चर्चा जोर पकड़...

मुंशी प्रेमचंद जयंती विशेष

आज ही के दिन 31 जुलाई 1880 को कथा सम्राट धनपत राय श्रीवास्तव अर्थात मुंशी प्रेमचंद जी का जन्म हुआ था।अपनी सरलता,मौलिकता से मन...

हम जीतेंगे | Hum jeetenge

अंततः अगले 21 दिनों (14 Apr ) तक पूरे देश मे लॉकडाउन (एक तरह से कर्फ्यू) लगा दिया गया।इस महामारी को देखते हुए सरकार...

बेटियां – दुर्भाग्य या सौभाग्य ???

बेटियां - दुर्भाग्य या सौभाग्य ??? राजेश के जब दूसरी बेटी हुई वह उदास थे।वह रो रहे थे इसलिए नही कि उनके एक के बाद...

भारत की लचर ज्युडिशियल और पुलिसिंग

हमारे देश के ज्युडिशियल और पुलिस व्यवस्था को लेकर हमेशा से सवाल उठते रहे हैं । वजह यह है कि कई बार देखा गया...

खुद को पर्फेक्ट के बजाय बेहतर बनाने की कोशिश करें

खुद को पर्फेक्ट के बजाय बेहतर बनाने की कोशिश करें । हमेशा महिलाओं से उम्मीद की जाती है कि वह हर काम में परफेक्ट...

नजरिया जिंदगी के प्रति

नजरिया यानी कि एटीट्यूड हमारी जिंदगी का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा ही । जिंदगी के हर हिस्से में इसका काफी योगदान होता है । हर...