क्या खूब दिन थे

क्या खूब दिन थे!

क्या खूब दिन थे! बड़ा मजा आता था बचपन में,खलिहान हमारा घर हो जाता,सुबह से लेकर रात तक,मस्ती ही मस्ती सुहाती! धान की सटकाई,पोरे की बँधाई,आटा सारे बँध जाने पर,पुआल का गाझा बनता! शाम पहर धान के गट्ठर पर,गोबर का पिण्ड रखा जाता,सांझ के दीपक से,मॉ अन्नपूर्णा को पूजा जाता! खलिहानों में दोपहर में,महिला मजदूरों…

बच्चे देश का भविष्य

बच्चे देश का भविष्य

बच्चे देश का भविष्य हे बच्चे मन के सच्चे सारी जग की आंखों के तारे बच्चे आने वाले कल का सुंदर भविष्य है बच्चे ही नव भारत का निर्माण करेंगे बच्चों को ना मंदिर मस्जिद में उलझाऐगे धर्मनिरपेक्षता का ज्ञान कराओ मिलजुलकर त्यौहार मनाए शिक्षा को आधार बनाकर नवनिर्माण कराएं यही तो अंबेडकर, गांधी ,अब्दुल…

मेरा गांव

मेरा गांव | Mera Gaon

मेरा गांव ( Mera Gaon ) सबका दुलारा मेरा गांव ।सबका प्यारा मेरा गांव ।थका हारा जब भी आऊं ।मुझको सहारा देता गांव । कितने ही देखे इसने बसंत ।ना था जिनका कोई अंत ।सबकी पीड़ा छुपाए सीने में ।सब पे प्यार लुटाता मेरा गांव । पीपल बरगद पहचान है इसकी ।कुआं बावड़ी सब जान…

शालिग्राम तुलसी कहलाई हूॅ

शालिग्राम तुलसी कहलाई हूॅ

शालिग्राम तुलसी कहलाई हूॅ विष्णु की अनुयायी हूँ,मैं वृन्दा तुलसी माई हूँ।टेक वरों की माता हूँ,भाग्य विधाता हूँ।सुख की दाता हूँ,मैं रज रक्षक सबकी,भाग्य भव दाता हूँ ।हर भवन में आई हूँ,विष्णु की अनुयायी हूँमैं वृन्दा तुलसी माई हूँ।।1। दैत्य कुल में जन्मी,हरि कीर्तन की धुनी,त्रिभुवन बंदन में रमी,पतितों की हूँ तारिणी।सत्य सतीत्व को पहनीलक्ष्मी…

डॉ. बीना सिंह “रागी” की कविताएं | Dr. Beena  Singh Raggi Poetry

डॉ. बीना सिंह “रागी” की कविताएं | Dr. Beena  Singh Raggi Poetry

गंगा ( मनहर घनाछरी छंद ) गंगा मैया ने है ठानाहमें धरा पे है आनाभागीरथ माध्यम हैजय गंगा माई कीहर्षित मुदित होकेशिवजी ने जटा खोलेकल कल धरा परआई गंगा माई जीपावन साफ पाक हैबुझे सबकी प्यास हैजीवन में सदा कामआती गंगा माई जीदेवभूमि है हमारीगंगा माई महतारीवेद ग्रंथों ने आरतीगाई गंगा माई की चलते चलते…

श्रीमती उमेश नाग की कविताएं

श्रीमती उमेश नाग की कविताएं

वर्ष २०२५ नया वर्ष आया है,खुशीयों का खजाना लाया।नही कभी कोई गम लाये,सदा सुख शांति का पैगाम लाये।प्रसन्नता ही रहे हरपल दिलों में,नैत्रों में न कभी किसी के अश्रु – आए।सर्वत्र सदा विजय का क्षण हों,नववर्ष में हर्षोल्लास का नाम हो।भूलाकर पिछले गीले शिकवें,सभी गले मिले, मिलजुल कर – रहें।वर्ष त्वष२०२५ को सौभाग्यशाली बनाऐं ।…

वृक्ष

वृक्ष हमारे तुम संरक्षक हो

वृक्ष हमारे तुम संरक्षक हो वृक्ष हमारे तुम संरक्षक होहरे भरे हो खड़े हो सीना ताने।भव्य शस्यश्यामल है रूप तिसारा,लगते कोई हमारे शुभ चिंतक हो।घने घने हरे भरे पत्तों से सुशोभित,थलचर -नभचर को आश्रय देते-हो।शीतल छांव तुम्हारी देती आश्रय,हर प्राणी हर चर अचर को।सकल ब्रम्हांड में हो जय जयकार तुम्हारी,वृक्ष तुम मित्र हो, है तुम्हारी…

आंवला नवमी दिवस

आंवला नवमी दिवस

आंवला नवमी दिवस आंवले के वृक्ष की छांव में, सुख की अनुभूति पाए,हर शाख इसकी वंदना करें, आरोग्य का संदेश ये लाए। धरा का ये अनमोल वर, गुणकारी अमृत कहलाए,सर्दियों की पहली दस्तक में, नवमी पर्व मनाए। सौंदर्य और सेहत का, अनोखा संगम लाए,शारीरिक बल और आरोग्य का आशीर्वाद दिलाए। आंवले के रस का रसिक,…

चाय के घूंट

चाय के घूंट | Chai ke Ghoont

चाय के घूंट ( Chai ke ghoont ) चाय के गौरव का क्या कहना,नाम आते ही चेहरे पर शबाब आया।पिलाने वाले साकी की बातनही टाली जाती,करके तौबा इसे पीली जाती है।नीलगिरी की वादियों में हैं,चाय के बागान।सुहाना था इसकी आन‌ शान,रहें थे इक‌ दिन हम इस बाग के –आशियाने में।देखें सुबह की धुंध,बालकनी पर दो…

नई सुबह

नई सुबह | Nayi Subah

नई सुबह ( Nayi Subah ) रात की चादर में लिपटा एक सपना है,तेरी राह तकता ये मन बेचैन अपना है।हर बीते पल में तेरा ही ख्याल है,सुनो दिकु, बिना तुम्हारे ये जीवन जंजाल है। तुम बिन ये सवेरा भी अधूरा सा लगता है,उजालों में भी जैसे दिल में अंधेरा बसता है।तेरी हँसी की किरन…