प्रेम की भाषा हिंदी | Prem ki Bhasha

प्रेम की भाषा हिंदी | Prem ki Bhasha

प्रेम की भाषा हिंदी ( Prem ki Bhasha ) ज़बानो के जमघट मेंएक ज़बान है नायाबहमारी ज़बान”हिंदी”जिसमें एक लफ्ज़ केहोते हैं कई मुतादरीफ़। एक “मोहब्बत व ईश्क”कोप्यार कहो या प्रेमसुर कहो या रश्कममता कहो या प्रीतिसंस्कृति कहो रीति रिवाजनाज कहो या लाज…. यह हिन्दी हैमाथे की बिंदी है। मनजीत सिंहसहायक प्राध्यापक उर्दूकुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ( कुरुक्षेत्र…

बच्चों की हिन्दी लिखावट

हिंदी दिवस पर दोहे | Hindi Diwas

हिन्दी दिवस पर दोहे ( Hindi diwas par dohe ) हिन्दी दिवस मना रहे, हर दफ्तर में आज ।जो करते हर एक दिन, अंग्रेजी में काज ।। हिंदी हिंगलिश बन गई, ऐसी बदली चाल ।समय ने सब बदल दिया, देश रीत औ काल ।। हिन्दी हिन्दी सब कहें, फिर भी मिला न मान ।दुर्गत अपनी…

Hindi ki Sthiti

हिंदी को अपनाओ | Hindi ko Apnao

हिंदी को अपनाओ ( Hindi ko Apnao ) बच्चों हिंदी को अपनाओ,हिंदी का तुम मान बढ़ाओ,हिंदी हिंदुस्तान की भाषा,हिंदुस्तानी तुम कहलाओ, लिख लो हिंदी, पढ़ लो हिंदी,हिंदी बड़ी अलबेली है,बोलो हिंदी, गा लो हिंदी,हिंदी रंग-रंगीली है,हिंदी को व्यवहार मे लाओ,हिंदी का परचम फहराओ,बच्चों हिंदी को अपनाओ,हिंदी का तुम मान बढ़ाओ, खेलो-कूदो हिंदी के संग,हिंदी सखा-सहेली…

वात्सल्य की प्रतिमूर्ति-हिन्दी

वात्सल्य की प्रतिमूर्ति-हिन्दी

वात्सल्य की प्रतिमूर्ति-हिन्दी मेरी हिन्दी, प्यारी हिन्दी।सब की है दुलारी हिन्दी। सब भाषायें दुनिया भर की,हुई समाहित हिन्दी में।पर संस्कृत है रही प्रमुख ही,अपनी प्यारी हिन्दी में। महावीर हरिश्चन्द्र आदि ने,समय समय पर अपने ढंग से,खूब संवारी अपनी हिन्दी।हर भाषा से प्यारी हिन्दी। बोलें हिन्दी में जब भी हम,मन मिश्री घुल जाती।मां सम लोकाचार सिखाती,अनुपम…

Hindi diwas par poem

हिन्दी दिवस है | Hindi Diwas Hai

हिन्दी दिवस है ( Hindi Diwas Hai ) हिंदी दिवस है क्यों हिंदी विबस हैअपने ही लोगों का मन परबस है । अपने ही लोग सब अपने ही भाईअंग्रेजी में जमकर करे सब पढ़ाई। अपने ही लोग करे जब उपेक्षाबढ़े कैसे हिन्दी बढ़े कैसे शिक्षा। हिंदी में सोते सब हिंदी में जागेफिर भी अंग्रेजी के…

हिंदी हमारी

हिंदी से ही हिंदुस्तान | Hindi Se Hi Hindustan

हिंदी से ही हिंदुस्तान ( Hindi Se Hi Hindustan ) हिंदी से ही हिंदुस्तान का जन्म है,इसका सम्मान हम सभी का धर्म है। है यही हम सबकी अपनी मातृभाषा,रहे सदा अखंड यही हमारी अभिलाषा। हिंदी में ही वर्णित है मर्म ज्ञान काहिंदी मे ही धर्म है मानवता का भारत माँ के माथे पर सजी जो…

Hindi ke Utsang Mein

हिंदी की गौरव गाथा | Hindi ki Gaurav Gatha

हिंदी की गौरव गाथा ( Hindi ki Gaurav Gatha ) मन के भाव व्यक्त करने का माध्यम है हिंदी।ऐसी साहित्यिक रस धार है हिंदी। सभी को समानता का अधिकार दिलाती है हिंदी।छोटे बड़े अक्षरों का भेद मिटाती है हिंदी। टूटे अक्षरों को सहारा देती है हिंदी।सभी क्षेत्रीय भाषाओं का हार है हिंदी। सभी नदियों को…

हिन्दी दिवस मनाएंगे | Hindi Diwas Manayenge

हिन्दी दिवस मनाएंगे | Hindi Diwas Manayenge

हिन्दी दिवस मनाएंगे हिन्दी दिवस मनाएंगे,हिन्दी का परचम लहराएंगे।अपने मन की ये अभिलाषा,जन -जन तक पहुँचाएंगे। हिन्दी संस्कारों की भाषा,मन के मनुहारों की भाषा।शिष्टाचार व्यवहार की पूँजी,बसी है रग-रग में मातृभाषा। रसों की रसधार हिन्दी में,वीरों की हुँकार हिन्दी में।सात सुरों की सरगम सी,काव्यों की काव्यधार हिन्दी में। आओ इसको नमन करें हम,कुछ तो नया…

Vishwa Hindi Diwas

हिन्दी हिंद की है बिंदियाँ | Hindi Hind ki Hai Bindiya

हिन्दी हिंद की है बिंदियाँ हिन्दी हिंद की है बिंदियाँसुशोभित है ललाट पर ,इसकी चर्चा हर होंठों परहर हाट और घाट पर । हिन्दी हिंद की है बिंदियाँसुशोभित है ललाट पर। देश की शान है यहहम सब की पहचान है यह,जो बोलते हैं वही लिखते हैंभाषा में विज्ञान है यह। हिन्दी हिंद की है बिंदियाँसुशोभित…

प्यार निभाना पड़ता है | Pyar Nibhana Padta Hai

प्यार निभाना पड़ता है | Pyar Nibhana Padta Hai

प्यार निभाना पड़ता है ( Pyar Nibhana Padta Hai ) प्यार निभाना, पड़ता है ।चाहे जितनी, कठिन डगर हो ।उस पर ,जाना पड़ता है ।ह्रदय यदि, होता है विचलित ।उसको, समझाना पड़ता है ।जो कुछ, पीछे छूट गया है ।उसे ,भुलाना पड़ता है ।जिससे भी ,किया हो वादा ।उसे ,निभाना पड़ता है ।प्रेम स्वत ही…