राजस्थान दिवस | Kavita Rajasthan Diwas
राजस्थान दिवस
( Rajasthan Diwas )
चंबल की अदाओं पर,मरुस्थल की अंगड़ाई
त्याग बलिदान शौर्य धरा,
उत्सर्ग उपमित भव्य इतिहास ।
लोक कला संस्कृति अद्भुत,
सर्वत्र दर्शन जन उल्लास...
पुनर्जन्म | Kavita Punarjanm
पुनर्जन्म
( Punarjanm )
मैंने सबसे कीमती वस्तु को, तलाशना चाहा,
हीरे-जवाहरात , मणि माणिक ,
सभी लगे मिट्टी के धूल समान, मैं अपनी धुन में,
खोजता चला जा...
होली में बरसे रंग प्यार के | Kavita Holi me
होली में बरसे रंग प्यार के
( Kavita Holi me Barse Rang Pyar ke )
होली मे बरसे रंग प्यार के,
आओ रंग दे तुम्हें गुलाल...
आनंदिता स्पंदन | Kavita Aanandita Spandan
आनंदिता स्पंदन
( Aanandita Spandan )
आनंदिता स्पंदन, चिन्मय पथ पर
नेह अंतर मंगल प्रवाह,
सुख वैभव क्षणिक धार ।
तात्विक तथ्य गहन मंथन,
ज्योतिर्मय दर्शन साकार ।
चंचल चितवन...
दीवार | Kavita Deewaar
दीवार
( Deewaar )
( 2 )
होते थे कभी मकान मिट्टी के कच्चे
मगर उनमे पलते थे प्यार पक्के
आज बढ़ने लगे हैं मकान पक्के
मगर रिश्ते दिल के...
शिक्षा का आधार | Kavita Shiksha ka Aadhar
शिक्षा का आधार
( Shiksha ka Aadhar )
इल्म की रौशनियाँ जग में जो फैलाते हैं,
ज़िन्दगी जीने का गुर जो हमें सिखाते हैं,
लड़खड़ाहती है ,...
उमंग | Kavita Umang
उमंग
( Umang )
भारतवर्ष हमारा है विकसित,
सभ्यता,संन्कृति भी है उन्नत,
षटॠतुऔं का होता आवाजाही
हर ॠतु में आते पर्व,वर्चस्व,माही।।
फाल्गुन पूर्णिमा में होली तौहार
रंग,गुलाल का बासंती विहार,
नाना...
होली के रंग | Poem Holi ke Rang
होली के रंग
( Holi ke Rang )
होली के इन्द्रधनुषी रंग,
बड़े लाजवाब हैं।
जो ऐंठे रहते हैं हरदम,
और नाक पे गुस्सा,
उनके लिये इस होली में
बढ़िया...
परख | Kavita Parakh
परख
( Parakh )
न था आज कल से जुदा
न होगा आज कल से
होती नही स्थिरता जल में कभी
हो रही नित हलचल से
जुड़ा है धागा...
सम्राटअशोक महान | Kavita Samrat Ashok
सम्राटअशोक महान
( Samrat Ashok Mahan )
क्रांति की ताकत से, शांति का संदेश
देवनांप्रिय चक्रवर्ती सम्राट,
मौर्य राजवंश अनूप छवि ।
अखंड भारत साम्राज्य परिध,
शक्ति ओज सदृश...