Palanhar par Kavita

वो है सबका पालनहार | Palanhar par Kavita

वो है सबका पालनहार ( Wo hai sabka palanhar )   एक वो ही है सबका पालनहार, प्रभु परमपिता एवम् तारणहार। हर कण-कण में आप विद्यमान दुष्टों का करते हो पल में संहार।। श्री राम बनकर रावण को मारा, और कृष्ण बनकर कंस पछाड़ा। तुम्हारी माया का पाया नही पार, लिया तुमने ही नरसिंह अवतार।।…

Kavita Ek Aah

एक आह | Kavita Ek Aah

एक आह ( Ek aah )    एक आह भरी होगी हमने न सुनी होगी। दर्द की दास्तां दिल से वो बयान कर गई। आग कहीं जली होगी हमने न देखी होगी। दिलजलो से बेखबर फिर आंख भर गई। आरजू कहीं पली होगी हमने न कहीं होगी। दिल की धड़कनें दिल तक दस्तक दे गई।…

Yuddh Par Kavita

युद्ध के बोझ से | Yuddh Par Kavita

युद्ध के बोझ से ( Yuddh ke bojh se )   क्यों न आसमां को सुस्ताने दिया जाए, कुछ बरस तक युद्ध को जाने दिया जाए। इंशा की लालच का कोई इंतिहाँ नहीं, पहचाने जो चेहरा आईना दिया जाए। युद्ध के बोझ से वो कब का है थका, बैठ गई आवाज, गर्म पानी दिया जाए।…

Maa Ke Upar Kavita

माँ | Maa Ke Upar Kavita

माँ ( Maa )   खिली धूप से चमक रहे थे उसके बाल अनुभव की सिकुड़न रहती उसके माथे पर कड़वा तीखा बोलने की ताकत उसके लब पर मुस्कुरा कर फिर आ जाती तेरे एक बुलाने पर रिश्तो के ताने-बाने में उलझी रहती जीवन भर तरतीब से रखा हुआ सामान उसके होने का एहसास कराता…

Kavita Alvida Mahanagar Chennai

अलविदा महानगर चेन्नई | Kavita Alvida Mahanagar Chennai

अलविदा महानगर चेन्नई ( Alvida mahanagar chennai )   हम आज तक थें महानगर चैन्नई, आज अलविदा हम कहतें है भाई। मिले सबकी शुभ कामनाएँ बधाई, चलते है अन्ना अब कर दो विदाई।। मुस्कराते ही रहना चाहें कैसा भी हो पल, खुशियाँ लेकर आए ये आनें वाला कल। जीवन के इस सफर में स्नेह मिलता…

Kavita Main Chaurahe Par Baitha hoon

मैं चौराहे पर बैठा हूं | Kavita Main Chaurahe Par Baitha Hoon

मैं चौराहे पर बैठा हूं ( Main chaurahe par baitha hoon )   मैं चौराहे पर बैठा हूं सभी दिशाएं देख रहा हूं पर कवि होने की खातिर भावों में अतिरेक रहा हूं एक दिशा पूरब से आती जीवन दर्शन हमें सिखाती सत्य धर्म सुचिता मानवता सबके शाश्वत मूल्य बताती हिमगिरि के उत्तुंग शिखर पर…

कहां गए भरत समान भाई | Poem in Hindi on Bharat

कहां गए भरत समान भाई | Poem in Hindi on Bharat

कहां गए भरत समान भाई ( Kahan gaye Bharat saman bhai )   आज कहां गए ऐसे भरत समान भाई, यह भाई की भाई जो होते थें परछाईं। आदर्शों की‌ मिशाल थें वो ऐसे रघुराई महिमा जिनकी तुलसी दास ने सुनाई।। ठुकरा दिया था उन्होंने राज सिंहासन, ऐसे वो राम लखन भरत शत्रुघ्न भाई। यह…

Kavita Kudrat ki Aawaj

कुदरत की आवाज | Kavita Kudrat ki Aawaj

कुदरत की आवाज ! ( Kudrat ki aawaj )   कुदरत से छल करके कहाँ जाओगे, बहाया उसका आँसू तो बच पाओगे? कुदरत का सिर कुचलना मुनासिब नहीं, बचाओगे उसको तो दुआ पाओगे। जोशीमठ में जो मची है हाय – तौबा, क्या फजाओं को फिर से हँसा पाओगे? काटा पहाड़, बनाई हाट, सुरंग,सड़क, क्या फिर…

Kavita Main Zero Bhi Hero Bhi

मैं ज़ीरो भी हीरों भी | Kavita Main Zero Bhi Hero Bhi

मैं ज़ीरो भी हीरों भी ( Main zero bhi hero bhi )   मुझको पता है कि मैं एक हूं ज़ीरो लेकिन अंको में एक मैं ही हूॅं हीरों। महत्त्वपूर्ण भूमिका गणित में मेरी मान पद्धति का अपरिहार्य प्रतिक। अंको में मेरी केवल शुन्य पहचान मेरे बिना बढ़ें नही अंको का ज्ञान। ज़रूरत पड़े तब…

Birju Maharaj Par Kavita

बिरजू महाराज | Birju Maharaj Par Kavita

बिरजू महाराज ( Birju Maharaj )   घुंघरूओं की झनकार एवं मीठी आवाज़, काशी की शान और कथक की पहचान। नर्तक शास्त्रीय गायक प.बिरजू महाराज, 7 वर्ष में प्रथम गायन गाकर बना महान।। बाॅलीवुड‌ की दुनिया से जिनका था नाता, फिल्मों में गीत, नृत्य निर्देशन किया था। जैसे शतरंज के खिलाड़ी फिल्म देवदास, दिल तो…