Mai Sher Singh Saraf

शेर सिंह हुंकार की कविताएं | Sher Singh Hunkaar Poetry

होली फागुन के दिन थोडे रह गये, मन मे उडे उमंग।काम काज मे मन नही लागे, चढा श्याम दा रंग। नयन से नैन मिला लो हमसे, बिना पलक झपकाए।जिसका पहले पलक झपक जाए, उसको रंग लगाए॥ बरसाने मे राधा नाचे गोकुल मे श्रीश्याम।सीता के संग होली खेले,अवध मे राजा राम॥ काशी मे होली के रंग…

तुम बिन अधूरे हैं हम

तुम बिन अधूरे हैं हम

तुम बिन अधूरे हैं हम तेरी यादों में हर रोज़ जलते रहे,तेरी राहों में उम्मीदें पलते रहे।दिल में बस एक ही है ग़म,दिकु, तुम बिन अधूरे हैं हम। चाँद भी खोया है, रातें भी है सूनी,बिखरी हुई साँसों में ख्वाहिशें मैंने है बुनी।हर धड़कन लगती है जैसे भरम,दिकु, तुम बिन अधूरे हैं हम। सावन की…

बीएल भूरा की कविताएं | BL Bhura Poetry

बीएल भूरा की कविताएं | BL Bhura Poetry

समाज एक विचार समाज एक विचार पर,मिलकर चलने का संकल्प लें।एकता में ही शक्ति है,समाज को आगे बढ़ाने की। विचारों को सकारात्मक बनाएं,समाज में प्रेम और स्नेह बढ़ाएं।एक दूसरे का साथ दें,समाज को मजबूत बनाएं। समाज के लिए काम करें,एकता और समरसता बढ़ाएं।व्यक्तिगत स्वार्थ को भूल जाएं,समाज के हित में काम करें। समाज में शिक्षा…

अब चली आओ

अब चली आओ

अब चली आओ तेरी राहों में हर दिन गुजरता है,तेरी यादों में हर पल सिसकता है,दिल को समझाऊँ कैसे,अब तुम ही बताओ,अब नहीं सहा जाता, बस जल्दी से चली आओ। सपनों में आकर फिर दूर चली जाती हो,दिल की पुकार को अनसुना कर जाती हो,बेकरार दिल को अब और ना तड़पाओ,अब नहीं सहा जाता, बस…

टूटते हुए परिवार

टूटते हुए परिवार-बेघर स्त्रियां

टूटते हुए परिवार-बेघर स्त्रियां टूटते हुए परिवार की कहानी बहुत दर्दनाक है,बेघर स्त्रियों की जिंदगी बहुत मुश्किल है।वह अपने परिवार से दूर हो जाती है,और अपने बच्चों को अकेला छोड़ जाती है।उसकी जिंदगी में दर्द और पीड़ा होती है। बेघर स्त्रियों की जिंदगी बहुत संघर्षपूर्ण है,वह अपने परिवार के लिए संघर्ष करती है।लेकिन उसके संघर्ष…

सशक्त मैं समय हूँ

सशक्त मैं समय हूँ

सशक्त मैं समय हूँ वस्त्र मैं हूँ – अस्त्र मैं हूँ,शस्त्रों में शशक्त मैं हूं। धड़ कटे प्रलय मचे जो मैं रुकूं ना हो सके ये,समय मैं, समर्थ मैं जो रुकूं मैं ना हो सके ये। हो जाए संभव अगर यह बोलूं ना समय मैं खुदको,खंजरों-कटारों से जो सर्व शक्तिमानों से। बेड़ियों से जकड़ लो,तुम…

Kavita Bhole Bhandari

शिव पथ

शिव पथ शिव पथ अतृप्ति का ऐसासुखद मार्ग है जिसमेंअभोग ,त्याग , आस्थाआदि सहायक होते है ।रोटी खाई, भूख बुझी नहीं ।पानी पिया, प्यास बुझी नहीं ।धन का अर्जन किया ,लालसा बुझी नहीं आदिक्योंकि इस क्षणिक तृप्तिके पीछे अतृप्ति काविशाल सुखद साम्राज्य हैजिससे प्यास बुझे कैसे?यह एक अबूझ पहेली है ।पदार्थ का भोग तृप्तिका आभास…

अब लौट भी आओ

दिकु, अब लौट भी आओ

दिकु, अब लौट भी आओ तू दूर गई तो साँसें भी रूठ गई हैं,आँखों की दुनिया वीरान होकर छूट गई हैं।तेरे बिना ये दिल बेज़ार सा है,हर लम्हा मेरा जैसे अंधकार सा है। हवा से कहूँ या बादलों से बोलूँ,तेरी यादों का किस्सा, मैं किस किस से तोलूँ?राहों में बैठा तेरा इंतज़ार करता हूँ,तू लौट…

समाज संगठन

समाज संगठन

समाज संगठन समाज संगठन का महत्व बहुत अधिक है,यह हमारे समाज को मजबूत बनाता है।यह हमें एकजुट करता है,और हमारे समाज को आगे बढ़ाता है।यह हमारे समाज को संगठित करता है। समाज संगठन के बिना हमारा समाज कमजोर होगा,यह हमारे समाज को विभाजित करेगा।यह हमारे समाज को पीछे ले जाएगा,और हमारे समाज को कमजोर बनाएगा।यह…

Shiva ka darbar

महाशिवरात्रि की प्रार्थना

महाशिवरात्रि की प्रार्थना हे महादेव, त्रिलोक के नाथ,आप हरते हैं हर भक्त का त्रास।सुनो मेरी भी करुण पुकार,लौटा दो दिकु को इस बार। जैसे मां पार्वती ने की तपस्या महान,सह लिया हर कठिन तूफ़ान।वैसे ही मेरा प्रेम है अडिग खड़ा,अब भी उसकी राह में है दीप जला। हे भोलेनाथ, कृपा बरसाओ,इस प्रेम की डोरी को…