फैला दें विश्व मे मानवता का अमर प्रेम एवं विश्व शान्ति के नारों को

साम्प्रदायिकता | Sampradayikta kavita

 साम्प्रदायिकता  ( Sampradayikta : Hindi Poem)   है, अंधी विषकन्या इसकी आँधी जब जहां चली, छोड़ती गई विनाश, गहरे दाग, मरघट सा सन्नाटा  !! सम्प्रदायिकता की खेती की जाती है !! मंदिर , मस्जिद, गिरिजाघर एवं गुरुद्वारों में, इसके लिए आवश्यकता होती है.. झूठे नारों एवं अफवाहों की !! तभी तो इनका प्रयोग किया जाता…

ऑटोग्राफ प्लीज

ऑटोग्राफ प्लीज | Autograph please kavita

 ऑटोग्राफ प्लीज  ( Autograph please )    सुन मुन्ना सुन पप्पू सुन सुन,सुन सुन मेरे मनीष | ऑटोग्राफ प्लीज , ऑटोग्राफ प्लीज || सुन सूरज सुन चन्दा सुन सुन,सुन सुन मेरे गिरीश | ऑटोग्राफ प्लीज , ऑटोग्राफ प्लीज || 1. तुम भारत के नव भविष्य हो, तुम्हीं हो कल के नेता | जो अपने बस…

हर पल की यादें होती हैं "तस्बीरें"

तस्वीरें | Kavita

हर पल की यादें होती हैं “तस्बीरें” || १. हर तस्बीर कुछ कहती है ,हर तस्बीर की एक कहानी है | हर पल थमा सा लगता है ,तस्बीर उस वक्त की निसानी है | कुछ धुंधली कुछ नई सी हैं , मानो यादों की जवानी है | हर तस्बीर की अपनी अदा है , हर…

हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम

हिन्दी | Hindi Par Kavita

हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम  ( Hindustan ke Hindi Hai Hum ) १. बड़ी मधुर मीठी है , सुन्दर है सुरीली है | दिल को छू लेने वाली, नाजुक और लचीली है | हर हिंदुस्तानी की जुवां, पर राज है उसका | ऐसी हमारी राष्ट्र भांषा, हिन्दी अलबेली है | हिन्दुस्तान के हिन्दी हैं हम…

कविताएँ

स्वच्छता | Swachchhata Kavita

स्वच्छता  ( Swachchhata : Kavita )   १.स्वच्छ भारत अभियान का समर्थन करो | गंदगी को साफ करो,स्वच्छ भारत का निर्माण करो ||   २.किसी एक के बस की बात नहीं,सबको मिलकर चलना होगा | इतनी अटी गंदगी को साफ हमें ही करना होगा ||   ३.अवैतनिक काम है ये,अद्रस्य रुप से करना है |…

जिंदगी बस यूं ही...

जिंदगी बस यूं ही | Poetry on zindagi in Hindi

जिंदगी बस यूं ही… ( Zindagi bas yuhi )   यूं ही कभी न हारना तुम, ना खोने देना अपनी पहचान ।  यूं ही आगे बढ़ना तुम, ना होना तुम कभी निराश ।     यूं ही तुम्हारी हर मंजिल      तुम्हें मिलती जाएगी      तुम्हारी हर चाहत मिलेगी,      तुम्हारे हर सपने सच होंगे ।…

बेजुबान की आवाज़

बेजुबान की आवाज़ | Kavita

बेजुबान की आवाज़ ( Bezubaan ki awaz )   महाकाल तेरे इश्क़ में, चूर हो गया। ये लिखने पर, मजबूर हो गया। मैं नहीं था बुरा, मुझे तुमने बनाया है। इसलिए मैने भी, ये गाना रचाया है।। समझते क्या है तू, अपने आप को। मैने भी तेरे जैसों, को सिखाया है।। मैं महाकाल का लाल…

मुझे उड़ने दो

मुझे उड़ने दो | Women’s day special kavita

मुझे उड़ने दो ( Mujhe udne do : Hindi poem )   मैं तितली हूं.. मुझे उड़ने दो ।  मुझे मत रोको, मुझे मत टोको,  मुझे नील गगन  की सैर करने दो ।। मेरे पंखों को मत कतरो, मेरे हौसलों को मत तोड़ो,  मेरी ख्वाहिशों को हौसला दो  मुझे ऊंचाइयों को छूने दो ।  मैं…

इंसान बनो | Insan bano kavita

इंसान बनो | Insan bano kavita

इंसान बनो ( Insan Bano : Kavita )   ये हर तरफ क्या हो गया है, क्यों हर जगह उदासी का मंजर है । लोग छोटी-छोटी बातों पर, क्यों बेवजह लड रहे हैं, हर तरफ द्वेष नफरत ही, क्यों पल रही, बढ़ रही है ।। कहीं रिश्ते में दूरियां आ रही; तो कहीं इंसानियत मर…

प्रकृति से खिलवाड़ मत करो | Poem on prakriti

प्रकृति से खिलवाड़ मत करो | Poem on prakriti

प्रकृति से खिलवाड़ मत करो ( Prakriti se khilwar mat karo )   १) प्रकृति से खिलवाड़ मत करो, कुछ सोचो अत्याचार न करो प्रकृति है तो हमारा जीवन है, वरना कुछ भी नहीं I   २) साँस ले तो प्रकृति देती है , साँस दे तो प्रकृति लेती है न होती प्रकृति तो सांसों…