समदर्शी

समदर्शी

राम और श्याम दो ऐसे व्यक्ति थे जो एक ही सरकारी कंपनी में समान पद पर कार्यरत थे। लेकिन उनके व्यक्तित्व और व्यवहार में बहुत बड़ा अंतर था। राम एक ऐसा व्यक्ति था जो अपने से नीचे पदों पर आसीन व्यक्तियों के साथ अभद्र व्यवहार करता था। वह उन्हें निम्न दृष्टि से देखता था और…

एहसास

एहसास

“पापा, मैं आपको कुछ बताना चाहता हूँ,” आरव ने अपने पिता राजेश से कहा। “क्या हुआ बेटा? बताओ,” राजेश ने पूछा। “आज मैं अपने दोस्त विशाल के घर गया था। उसके पिता शराब पीकर घर आए थे। वे बहुत गुस्से में थे और अपनी पत्नी और बच्चों को डांट रहे थे। मैंने देखा कि विशाल…

इज्ज़त का सवाल

इज्ज़त का सवाल

“बेटा, मैंनें तेरा रिश्ता अपने दोस्त रोशन की बेटी मालती से तय कर दिया है। यह बता, तुझे छुट्टी कब मिल रही है? मैं चाहता हूँ कि तू एक बार मालती से मिल ले।” फोन पर राधेश्याम ने दूसरे शहर में तैनात अपने नवनियुक्त पीसीएस अधिकारी बेटे मोहित से कहा। राधेश्याम का यह फैसला सुनकर…

और आँखे खुल गई

और आँखे खुल गई

विभागीय कार्य से आज सब इंस्पेक्टर मनोज अपने बेटे के कॉलेज में गया।मनोज का एकलौता बेटा अभिनव उसी कॉलेज में बीटेक की पढ़ाई कर रहा था। भले ही मनोज विभाग के कार्य से कॉलेज गया था, लेकिन कॉलेज में पहुंचते ही उसकी निगाहें अपने बेटे अभिनव को ढूंढने लगी। उसकी अभिनव से मिलने की इच्छा…

कपटी दुकानदार

कपटी दुकानदार

6 माह पुरानी बात है। स्कूल जाते समय मैंने एक किराना दुकानदार से 25 रुपए की नमकीन का एक पैकेट लिया और भुगतान करने को दुकानदार को 200 का नोट दिया। पेमेंट करके मैं दुकान से बाहर निकल गया। लगभग 3 किलोमीटर दूर जाने पर मुझे ध्यान आया कि दुकानदार ने मुझे 75 रुपये वापिस…

मेरा सपना

मेरा सपना

“कोई सपना देखा क्या?” पत्नी ने पति को नींद में बड़बड़ाते हुए देखकर… नींद से उठाकर कहा। “हाँ, मैंने सपने में देखा कि मैं एक बहुत महँगी कार में बैठा जा रहा हूँ। अचानक सामने एक विशालकाय दैत्य आया। वह दैत्य मुझे कार सहित निगल गया है। उसके नुकीले दांतों से बचता हुआ मैं उसके…

कर्म का फल

कर्म का फल

प्राचीन काल में एक छोटे से गाँव में एक युवक रहता था जिसका नाम आर्यन था। आर्यन एक बहुत ही धार्मिक और नेक दिल व्यक्ति था। वह हमेशा अपने आस पास के लोगों की मदद करने के लिए तैयार रहता था। आर्यन के पिता का नाम विक्रांत था और वह एक बहुत ही मेहनती और…

जब मैं खुद को ठीक कर रही थी

जब मैं खुद को ठीक कर रही थी

रात का अंधेरा घना था, लेकिन अंदर का अंधेरा उससे भी ज्यादा। मैं आईने के सामने खड़ी थी, अपनी ही आँखों में झाँकने की कोशिश कर रही थी। वहाँ एक थकी हुई स्त्री खड़ी थी—जिसने दूसरों को खुश रखने में खुद को खो दिया था। लेकिन उस रात, कुछ बदल गया। मैं अपने भीतर उठती…

पूर्वाग्रह

पूर्वाग्रह

मैं सलमान, एक 25 वर्षीय बॉलर हूँ। मेरे परिवार में मेरे माता-पिता और एक छोटा भाई है। मेरे पिता एक व्यवसायी हैं और मेरी माता एक घरेलू महिला है। मैंने अपनी शिक्षा एक स्थानीय कॉलेज से पूरी की और उसके बाद मैंने क्रिकेट में अपना करियर बनाने का फैसला किया। मैंने अपने करियर की शुरुआत…

जहर पीना सीखो

जहर पीना सीखो

एक शहर में एक रोहन नाम का नवयुवक रहता था, जो एक आईटी कंपनी में काम करता था। उसका जीवन बहुत ही व्यस्त था, लेकिन उसके सहकर्मी और पड़ोसी रोहित के साथ उसके संबंध अच्छे नहीं थे। रोहित हमेशा रोहन को परेशान करता था और उसके काम में बाधा डालता था। एक दिन रोहन के…