Zindagi Khul ke Jiyo

ज़िंदगी खुल के जियो | Zindagi Khul ke Jiyo

ज़िंदगी खुल के जियो ( Zindagi Khul ke Jiyo ) ज़िंदगी खुल के जियो बस ये भरोसा करकेएक दिन मौत बुला लेगी इशारा करके कौन ऋण इनका चुका पाया है इस दुनिया मेंअपने माँ बाप को छोड़ो न किनारा करके आपकी दीद को हर रोज तड़पते हैं हमथक गए चाँद का हर रात नज़ारा कर…

Jatate Nahi

जताते नहीं | Jatate Nahi

जताते नहीं ( Jatate Nahi ) आज कल प्यार क्यों तुम जताते नहींरूठने पर मुझे क्यों मनाते नहीं हारना चाहती हूं मैं सब कुछ मगरप्यार के खेल में तुम हराते नहीं मैं तरसती ही रहती हूं लेकिनकान में चीखकर डराते नहीं मैं हूं तैयार पर आज कल तुम कभीप्रेम से उंगलियों पर नचाते नहीं कौन…

नज़रों से मेरे

नज़रों से मेरे | Nazaron se Mere

नज़रों से मेरे ( Nazaron se Mere ) नज़रों से मेरे अपनी नज़र जब मिला गयाइस दिल में गुल मुहब्बतों के वो खिला गया रुसवा हैं देते हमको न पैग़ाम वो कोईमिलने मिलाने का भी तो अब सिलसिला गया शरमा रही थी चांदनी भी आज चाँद सेउसको शराब आँखों से कोई पिला गया वो मूल…

और हिन्दी

ग़ज़ल हिन्दी में | Ghazal Hindi Mein

ग़ज़ल हिन्दी में ( Ghazal Hindi Mein ) ( 2 ) आशाओं में बल लगता हैहोगा अपना कल लगता है एक तुम्हारे आ जाने सेयह घर ताजमहल लगता है सींच रहा जो मन मरुथल कोपावन गंगा जल लगता है हम तुम साथ चले हैं जब सेजीवन मार्ग सरल लगता है यह कहना आसान नहीं हैतेरा…

तौबा

तौबा | Tauba

तौबा ( Tauba ) बगावत से करो तौबा, अदावत से करो तौबामगर हर्गिज़ नहीं यारो मुहब्बत से करो तौबा सही जाती नहीं ये दूरियाँ अब इश्क़ में हमसेकहा मानो सनम अब तुम शरारत से करो तौबा बिना मतलब ही मारें लोग पत्थर फेंक कर हमकोये रोने और रुलाने की जहालत से करो तौबा हसीं तुमसा…

Toofan Utha Hai

तूफान उठाया है | Toofan Utha Hai

तूफान उठाया है ( Toofan Utha Hai ) इस दिल के समुंदर में तूफान उठाया हैमासूम निगाहों ने जब तीर चलाया है वो दिल के दरीचों से नज़दीक लगा इतनाइक पल में उसे हमने हमराज़ बनाया है ताउम्र रहे रौशन दहलीज़ तेरे घर कीयह दीप मुहब्बत का यूँ हमने जलाया है तुमने जो किया दिल…

Kya Samjhe

क्या समझे | Kya Samjhe

क्या समझे ( Kya Samjhe ) क्या किया उसने और क्या समझे।बेवफ़ाई को हम वफ़ा समझे। ज़ह्न को उसके कोई क्या समझे।सर निगूं को जो सर फिरा समझे। क़ाफ़ले ग़र्क़ हो गए उन के।नाख़ुदाओं को जो ख़ुदा समझे। क्यों न पागल कहे उसे दुनिया।ज़ुल्फ़-ए-जानां को जो घटा समझे। ख़ुद को समझे वो ठीक है लेकिन।दूसरों…

Chahta Hoon

चाहता हूँ | Chahta Hoon

चाहता हूँ ( Chahta Hoon ) माँग तेरी मैं सज़ाना चाहता हूँहाँ तुझे अपना बनाना चाहता हूँ राह उल्फ़त की बनाना चाहता हूँप्यार हर दिल में बसाना चाहता हूँ आप बिन तो इस जहाँ में कुछ नही हैबात मिलकर ये बताना चाहता हूँ दो कदम जो साथ मेरे तुम चलो तोइक़ नई दुनिया दिखाना चाहता…

सर्द पड़े रिश्ते | Sard Pade Rishte

सर्द पड़े रिश्ते | Sard Pade Rishte

सर्द पड़े रिश्ते ( Sard Pade Rishte ) सर्द पड़े इन रिश्तों को,फ़िर गर्माना , ज़रूरी है । सोये हुए एहसासों को ,फ़िर जगाना , ज़रूरी है । दिल में उभरे इन भावों को ,बाहर लाना , ज़रूरी है । रिश्तों में घुली जो कड़वाहट ,उसका भी अन्त ज़रूरी है । मन में बैठी पीड़ाओं…

अबसे | Abse

अबसे | Abse

अबसे ( Abse ) अबसे मैं नही सताऊं गा तुझ कोतुझ से प्यार सिखाऊंगा खुद को सास रूकसी गई जबसे सोचा थाअब उनसे दूर लेजाऊंगा खुद को हिचकीयो ने आना बंद कर दिया हैपर में कभी ना भुलाऊगा तुझको एक आरजू है मेरी तू वापस आएफिर मैं दिल मे बसाउगा तुझ को आज जो मुझे…