उलझे हुए हैं

उलझे हुए हैं | Uljhe Hue Hain

उलझे हुए हैं ( Uljhe Hue Hain ) अपने जज़्बात में उलझे हुए हैं इक मुलाकात में उलझे हुए हैं दर्द की तान, बसी है जिनमें, ऐसे नग़मात में उलझे हुए हैं चाँदनी की सी चमक है जिस में सब उसी गात में उलझे हुए हैं इससे हासिल तो नहीं होता कुछ, फिर भी सब…

अहसान रहेगा

अहसान रहेगा | Ahsan Rahega

अहसान रहेगा ( Ahsan Rahega ) मतला– उस पर भी अभिमान रहेगा याद जिसे अहसान रहेगा हुस्ने-मतला– जिस दिल में भगवान रहेगा उस पर जग क़ुर्बान रहेगा जिस दिल में हो तू ही तू बस उसको क्या कुछ भान रहेगा मेरे आँसू पोंछ भी दे अब मेरा भी कुछ मान रहेगा जिस पर वंशीधर मोहित…

इरादा आप का

इरादा आप का | Irada Aapka

इरादा आप का ( Irada Aapka ) अब इरादा आप का सरकार क्या है इस कहानी में मिरा किरदार क्या है। चंद सिक्कों में अना बिकती यहां पर और तुम कहते हो की बाज़ार क्या है। दोस्त चारागर दवा जो दे रहा तू ज़हर की उसमें बता मिक़दार क्या है। पैरवी वो मुद्दई ही कर…

याद आया

याद आया | Yaad Aya

याद आया ( Yaad Aya ) आज वो गुज़रा सफ़र याद आया साथ हर चलता बशर याद आया बेच बिरसे को बसे शहरों में फिर न बेटों को वो घर याद आया दूर पल में हुए थे ग़म मेरे गर्दिशों का जो समर याद आया क़त्ल कर के जो गया हसरत का संग जैसा वो…

तुम्हें जिस घड़ी

तुम्हें जिस घड़ी | Tumhen Jis Ghadi

तुम्हें जिस घड़ी ( Tumhen Jis Ghadi ) तुम्हें जिस घड़ी चश्मे नम देखते हैं। दिल ए मुज़तरिब में अलम देखते हैं। निगाहों से दिल की जो देखो तो जानो। तुम्हें किस मुह़ब्बत से हम देखते हैं नज़रबाज़ हम को समझ ले न दुनिया। ह़सीनों को हम यूं भी कम देखते हैं। अ़दू को भी…

Desh Mein

हो सब्ज़ा शाख हर | Ho Sabza Shaakh Har

हो सब्ज़ा शाख हर ( Ho Sabza Shaakh Har ) हो सब्ज़ा शाख हर अपने चमन की इनायत चाहिए हमको गगन की नज़र दुश्मन की टेढी दिख रही है हिफ़ाज़त करनी है सबको वतन की जवानों आज माता भारती को ज़रूरत है तुम्हारे बाँकपन की ज़माना जानता है किस तरह से कमर तोड़ी है हमने…

हम न झेल पाएंगे

हम न झेल पाएंगे | Hum na Jhel Payenge

हम न झेल पाएंगे ( Hum na Jhel Payenge ) हर एक रंग ज़माने के आजमाएंगे I कही सुनी की धनक हम न झेल पाएंगे II हज़ार बात हज़ारों जुबान से होगी I कहाँ हरेक जुबाँ से वफ़ा निभाएंगे II सुरूर इश्क उन्हें झूठ से हुई जब से I यकीं न होगा अगर दर्द हम…

साथ जिनके

साथ जिनके | Ghazal Saath Jinke

साथ जिनके ( Saath Jinke ) हाँ वही खुशनसीब होते हैं साथ जिनके हबीब होते हैं अपनी हम क्या सुनाये अब तुमको हम से पैदा गरीब होते हैं तुमने देखा न ढंग से शायद किस तरह बदनसीब होते हैं पास जिनके हो रूप की दौलत उनके लाखों रक़ीब होते हैं प्यार जिनको हुआ नहीं दिल…

महक जिसकी

महक जिसकी | Mahak Jiski

महक जिसकी ( Mahak Jiski ) नशे में है जवानी लिख रही हूँ हुआ है ख़ून पानी लिख रही हूँ महक जिसकी फ़िज़ाओं में बसी है वही गुल रात रानी लिख रही हूँ उजाड़ी जिसने मेरे दिल की बस्ती उसी की शादमानी लिख रही हूँ वफ़ादारी जो शिद्दत से निभा लें वहीं हैं खानदानी लिख…

इंतज़ार किया | Emotional Intezaar Shayari

इंतज़ार किया | Emotional Intezaar Shayari

इंतज़ार किया ( Intezaar kia ) पूरा तेरा हरिक क़रार किया हमने पतझड़ को भी बहार किया उसके आगे किसी की क्या चलती वक़्त ने जिसको ताजदार किया ज़ख़्मी होकर भी मैं रहूँ ज़िन्दा किस हुनर से मेरा शिकार किया दुखती रग पर ही तुम ने हाथ रखा हाय क्या मेरे ग़मगुसार किया बात उसकी…