Insaniyat ka Rath

इंसानियत का रथ | Insaniyat ka Rath

इंसानियत का रथ ( Insaniyat ka rath )   शर्मिंदा किस कदर है इंसानियत का रथ बढ़ता ही जा रहा है हैवानियत का रथ वाइज़ बिछा रहे हैं बस अपनी गोटियाँ रोकेगा कौन देखो शैतानियत का रथ हो जायें बंद अब यह फिरक़ापरस्तियां आयेगा शहर में कब इंसानियत का रथ निकला हूँ फूल लेके उस…

Shikwa Shikayat

कोई शिकवा शिकायत ही नहीं | Shikwa Shikayat

कोई शिकवा शिकायत ही नहीं ( Koi shikwa shikayat hi nahi )   کوئی شکوہ شکایت ہی نہیں ہے مجھے تم سے عداوت ہی نہیں ہے कोई शिक्वा शिकायत ही नहीं है मुझे तुम से अदावत ही नहीं है تمہارے بعد میں اۓ جان جاناں کسی سے اب محبت ہی نہیں ہے तुम्हारे बाद में…

Nazar Nahi Aata

नज़र नहीं आता | Nazar Nahi Aata

नज़र नहीं आता ( Nazar nahi aata )   वो मुझे कहीं भी अब तो नज़र नहीं आता ? यूं सकून दिल को मेरे मगर नहीं आता वो सनम न जानें मेरा किस हाल में होगा कोई भी उसी की लेकर ख़बर नहीं आता ए ख़ुदा बता क्या ग़लती हुई मुझी से है क्यों मगर…

Unka Kirdar

उनका किरदार | Unka Kirdar

उनका किरदार ( Unka kirdar )   उनका किरदार है क्या उनको बताया जाये आइना अहले -सियासत को दिखाया जाये जलने वालों को ज़रा और जलाया जाये ख़ाली बोतल ही सही जश्न मनाया जाये ज़ुल्म ही ज़ुल्म किये जाता है ज़ालिम हम पर अब किसी तौर सितमगर को डराया जाये इस ग़रीबी से बहरहाल निपटने…

उन्हीं पर हक़ नहीं अब तो हमारा | Haq Shayari

उन्हीं पर हक़ नहीं अब तो हमारा | Haq Shayari

उन्हीं पर हक़ नहीं अब तो हमारा ( Unhi par haq nahin ab to hamara )    यहाँ सब आइने टूटे हुए हैं ख़ुदी में लोग यूँ डूबे हुए हैं अभी उतरी नहीं शायद ख़ुमारी जो अपने आप में खोये हुए हैं बहारों का करें क्या ख़ैर मक़दम वो अपने आपसे रूठे हुए हैं उन्हीं…

वो पहली मोहब्बत | Pehli Mohabbat

वो पहली मोहब्बत | Pehli Mohabbat

वो पहली मोहब्बत ( Wo pehli mohabbat )   वो पहली मोहब्बत का बीता ज़माना याद आता है, वो छोटी-छोटी बातों पे रूठना मनाना याद आता है! ख्वाबों ख्यालों में रहना आसमान में उड़ने का मज़ा, हो दुनिया से बेख़बर इश्क-ऐ-फ़साना याद आता है! एक दूजे की आगोश में दिन रात का वक़्त गुजरना अपनी…

Chalan mein

चलन में है अब | Chalan mein

चलन में है अब ( Chalan mein hain ab )   सीने को खोलने का फैशन चलन में है अब और गाली बोलने का फैशन चलन में है अब देखो ज़रा संभल के तुम बात कोई बोलो कम करके तोलने का फैशन चलन में है अब ये दूध जैसी रंगत आई नहीं है यूं ही…

छोड़ो ना | Chhodo Na

छोड़ो ना | Chhodo Na

छोड़ो ना ( Chhodo na )   साल नया तो झगड़ा अपना यार पुराना छोड़ो ना मिलना जुलना अच्छा है तुम बात बनाना छोड़ो ना। भूल गए जो रूठ गए जो नज़रें फेरे बैठे हैं यादों में घुट घुट कर उनकी अश्क़ बहाना छोड़ो ना। दरिया, सहरा, सागर ,बादल ,कैद किया सब जुल्फ़ों में औरों…

Tere Siva

तेरे सिवा | Tere Siva

तेरे सिवा ( Tere Siva )   अभी तक फ़ूल वो फेंका नहीं हमने कोई तेरे सिवा देखा नहीं हमने किया है याद तुझको हर घड़ी दिल में कि कोई और सोचा नहीं हमने गयी क्यूँ छोड़कर तू फ़िर यहाँ तन्हा किया वादा ख़िलाफ़ तेरा नहीं हमने बता हमसे ख़फ़ा है क्यों भला फ़िर यूं…

Badalte Dekha

बदलते देखा | Badalte Dekha

बदलते देखा ( Badalte dekha )   हमने मौसम को कई रंग बदलते देखा वक्त हाथों से कई बार निकलते देखा। जिन निगाहों में थी आबाद मुहब्बत मेरी ग़ैर का ख़्वाब उसी आंख में पलते देखा। जो मेरा दोस्त था वो आज मुख़ालिफ़ यारो बात बेबात ज़हर उसको उगलते देखा। वो मुसव्विर हो सिकंदर हो…