Karwa Chauth Ka

करवाचौथ का | Karwa Chauth Ka

करवाचौथ का दिख रहा दीवाना जन-जन तुमको करवा चौथ काभरना होगा आज दामन तुमको. करवा चौथ का हाथ खाली आ गये लाये नहीं उपहार कुछध्यान तो रखना था साजन तुमको करवा चौथ का कर दिया क्या क्या निछावर मैंने तुम पर प्यार सेयाद दिलवायेगा दर्पन तुमको करवा चौथ का प्यार से पानी पिलाना खोलूँगी उपवास…

बात जब भी चली मुहब्बत की

बात जब भी चली मुहब्बत की

बात जब भी चली मुहब्बत की बात जब भी चली मुहब्बत कीदास्ताँ फिर लिखी मुहब्बत की नफ़रतों का अँधेरा छाया हैकर दो तुम रौशनी मुहब्बत की रूह से रूह को ही निसबत हैये है पाकीज़गी मुहब्बत की तंज़ कसता है तो ज़माना कसेहम करें शायरी मुहब्बत की रोज़े अव्वल से आज तक हमनेदेखी दीवानगी मुहब्बत…

honour of the house

घर की इज़्ज़त | Ghar ki Izzat

घर की इज़्ज़त ( Ghar ki Izzat ) यह हुनर दिल में ढाल कर रखनाघर की इज़्ज़त सँभाल कर रखना हर तरफ़ हैं तमाशबीन यहाँकोई परदा भी डाल कर रखना मैं भी दिल में तुम्हारे रहता हूँअपने दिल को सँभाल कर रखना हर ग़ज़ल अंजुमन में छा जायेदर्द दिल का निकाल कर रखना मैं हूँ…

Talwar di Gayi

तलवार दी गई | Talwar di Gayi

तलवार दी गई ( Talwar di Gayi ) ख़ुद पर ही वार करने को तलवार दी गईथाली में यूँ सजा के हमें हार दी गई गर्दन हमारी यूँ तो सर-ए-दार दी गईफिर भोंकने को जिस्म में तलवार दी गई कहने को हम खड़े थे अज़ीज़ों के दर्मियांमंज़िल हमीं को और भी दुश्वार दी गई हमने…

ये नफ़रत की दुनिया

ये नफ़रत की दुनिया

ये नफ़रत की दुनिया संभालो तुम अपनी ये नफ़रत की दुनिया।बसानी है हम को मुह़ब्बत की दुनिया। लड़ाती है भाई से भाई को अकसर।अ़जब है तुम्हारी सियासत की दुनिया। नहीं चाहिए अब , नहीं चाहिए अब।ये दहशत की दुनिया ये वहशत की दुनिया। फंसी जब से नर्ग़े में यह बातिलों के।तमाशा बनी है सदाक़त की…

सँभलना जो सिखातें हैं

सँभलना जो सिखातें हैं

सँभलना जो सिखातें हैं सँभलना जो सिखातें हैं यहाँ बापू मिले मुझको ।बिठाकर काँध पर घूमें वही चाचू मिले मुझको ।।१ जहाँ में ज्ञान सच्चा जो सिखाये सीख लेता हूँ ।मुझे जो राह पे लाये वही अब गुरु मिले मुझको ।।२ तमन्ना आखिरी अब यह कहीं मैं तीर्थ पे जाऊँ ।वहाँ भगवान के ही रूप…

काम कोई दुआ नहीं आई

काम कोई दुआ नहीं आई

काम कोई दुआ नहीं आई वक़्त पर जब दवा नहीं आईकाम कोई दुआ नहीं आई मुझको गूंगी लगी ये दुनिया फिरएक आवाज़ क्या नहीं आई कितना फूटा हौआ है भाग मेरावो गया और क़ज़ा नहीं आई झूट बोलो तो झूट सच ही लगेएक बस ये अदा नहीं आई फ़ायदा कुछ नहीं मिला मुझकोबेवफ़ा को वफ़ा…

शबाब आया नया - नया है

शबाब आया नया – नया है

शबाब आया नया – नया है शबाब आया नया -नया हैसुरूर गहरा नया- नया है करें गिले किस तरह बताओबना ये रिश्ता नया -नया है कहें तुझे कैसे अलविदा हमअभी नजारा नया- नया है पिला दे उल्फ़त के जाम साकीहुआ दिवाना नया -नया है भडक रहे हैं जिगर में शोलेउठा ये पर्दा नया- नया है…

रंग ए हयात बाक़ी है | Rang e Hayat Baki Hai

रंग ए हयात बाक़ी है | Rang e Hayat Baki Hai

रंग ए हयात बाक़ी है ( Rang e Hayat Baki Hai ) अब भी रंग-ए-हयात बाक़ी हैहुस्न की इल्तिफ़ात बाक़ी है आ गये वो ग़रीबख़ाने तकउनमें पहले सी बात बाक़ी है चंद लम्हे अभी ठहर जाओऔर थोड़ी सी रात बाक़ी है तोड़ सकता नहीं वो दिल मेराउसमें इतनी सिफ़ात बाक़ी है हाँ यक़ी है मिलेंगे…

Hamne Dekhi Hai

हमने देखी है | Hamne Dekhi Hai

हमने देखी है ( Hamne Dekhi Hai ) वह्म जैसी कोई बला ही नहीं।इस मरज़़ की कहीं दवा ही नहीं। हमने देखी है हम बताएंगे।हिज्र जैसी कोई सज़ा ही नहीं। लाख कोशां रहे अ़दू लेकिन।क़द हमारा कभी घटा ही नहीं। ज़ुल्म ढाता है रात दिन फिर भी।उसकी नज़रों में ये ख़ता ही नहीं। अ़हदे ह़ाज़िर…