सावन में

सावन में | Geet Sawan Mein

सावन में ( Sawan Mein ) मधुर मिलन का ये महीना। कहते जिसे सावन का महीना। प्रीत प्यार का ये महीना, कहते जिसे सावन का महीना। नई नबेली दुल्हन को भी, प्रीत बढ़ाता ये महीना।। ख्वाबों में डूबी रहती है, दिन-रात सताती याद उन्हें। रिमझिम वारिश जब भी होती, दिलमें उठती अनेक तरंगे। पिया मिलन…

टिप टिप बरसा पानी | Geet Tip Tip Barsa Pani

टिप टिप बरसा पानी | Geet Tip Tip Barsa Pani

टिप टिप बरसा पानी ( Tip Tip Barsa Pani ) टिप टिप बरसा पानी, अब मौसम हुआ सुहाना। रिमझिम रिमझिम बरसे, मेघा गाए नया तराना। टिप टिप बरसा पानी घोर घटाएं अंबर छाई, उमड़ घुमड़ मेघा आए। काले काले बादल बरसे, ठंडी ठंडी बुंदे लाएं। दमके दामिनी नभ में, जब गरजे बरखा रानी। झिरमिर झिरमिर…

इनकी उनकी बात | हंसगति छन्द

इनकी उनकी बात | हंसगति छन्द

इनकी उनकी बात इनकी उनकी बात , आज क्यों करना । अपने मन के घाव , स्वयं है भरना ।। इनकी उनकी बात … हम सब में है प्यार , और क्या लेना । इन्हें बताओ आप , आज सच है ना ।। जीवन है अनमोल , मानता गहना । खुशी मिलेगी आप , खोजते…

Barkha Rani Barkha Rani

बरखा रानी बरखा रानी | Barkha Rani Barkha Rani

बरखा रानी बरखा रानी ( Barkha Rani Barkha Rani ) बरखा रानी बरखा रानी, जमके बरसो बरखा रानी। रिमझिम रिमझिम छड़ी लगा, खूब बरसाओं पानी। बरखा रानी बरखा रानी घुमड़ घुमड़ नभ में छा जाओ, काली घटाएं लहराओ। मोर पपीहे मधुबन झूमें, आसमान में तुम घिर आओ। खेतों खलिहानों में बरसो, कूप तालाब भर जाए…

आचरण | Acharan

आचरण | Acharan

आचरण ( Acharan ) राम कृष्ण हनुमान की करते सब बातें। करे नहीं अमल पर उनके आचरणों को।। आये जब संकट तो याद आये हनुमान। हे संकट मोरचन तुम हरो हमारे कष्ट। मैं अर्पित करूँगा तुम्हें घी और सिंदूर। सुख शांति मुझे दो मेरे पालन हार।। बात करें जब भी हम मर्यादाओं की। याद आ…

जब छाई काली घटा

जब छाई काली घटा

जब छाई काली घटा जब छाई काली घटा, उमड़ घुमड़ मेंघा आए। रिमझिम बदरिया बरसे, उपवन सारे हरसाए। जब छाई काली घटा घन गाए बिजली चमके, नेह बरसे हृदय अपार। मूसलाधार बूंदे पड़ रही, सावन की मधुर फुहार। ठंडी ठंडी मस्त बहारें, भावन अंबर में छाई घटा। दमक रही दामिनी गड़ गड़, व्योम में बादल…

शत: शत: प्रणाम

शत: शत: प्रणाम | Geet Shat Shat Pranam

शत: शत: प्रणाम ( Shat Shat Pranam ) हिमालय की शान को, माँ, गंगा की आन को, सागर के सम्मान को, झरनों की मधुर तान को इंद्रधनुषी आसमान को, मेरे वतन की शान को शत: शत: प्रणाम है, मेरा शत: शत: प्रणाम है !! १ !! गीता और कुरआन को वेदो को और पुराण को,…

होगा कोई ऐसा पागल

होगा कोई ऐसा पागल | Poem Hoga Koi Aisa Pagal

होगा कोई ऐसा पागल ( Hoga Koi Aisa Pagal ) होगा कोई ऐसा पागल, जो तुमसे दिल लगायेगा। मोहब्बत तुमसे करके जो, बर्बादी अपनी करवायेगा।। होगा कोई ऐसा पागल—————-।। देख रहा हूँ मैं तुमको, साफ नहीं है दिल तेरा। मोहब्बत है तुमको दौलत से, महलों का है ख्वाब तेरा।। नहीं कोई खुशी हमको, देखकर तेरी…

जिंदगी | Zindagi

जिंदगी | Zindagi

जिंदगी ( Zindagi ) जिंदगी की भाग दौड़ में कब जिंदगी की सुबह और शाम हो गई पता ही नहीं चला। कल तक जिन मैदान में खेला करते थे कब वो मैदानों मैं बड़े-बड़े मॉल बन गए ‌ पता ही नहीं चला । कब अपने सपनों के लिए गांव शहर देश छोड़ दिया माता-पिता को…

Geet Kanchan Kaya

कंचन काया | Geet Kanchan Kaya

कंचन काया ( Kanchan Kaya ) संयम के आधारों से अब ,फूटे मदरिम फव्वारे हैं कंचन काया पर राम क़सम, यह नैना भी कजरारे हैं तेरे नयनों में मचल रही, मेरे जीवन की अभिलाषा कुछ और निकट आ जाओ तो,बदले सपनों की परिभाषा है तप्त बदन हैं तृषित अधर,कबसे है यह तन मन प्यासा ।।…