Zindagi

जिन्दगी | Zindagi

जिन्दगी ( Zindagi )   हमेशा तो ये नहीं होता कि जो हम चाहें, जिन्दगी वैसे ही चले। उतार-चढ़ाव जीवन का हिस्सा है। धीरे-धीरे हम शिकायतें करना बंद कर देते हैं। हर हाल मे ऐसा अनुभव करने लगते हैं, जैसे जो भी चल रहा है, ठीक है। हम ठीक हैं। होना कोई नहीं चाहता, लेकिन…

Badla

बदला | Dr. Preeti Singh Parmar Ki Kalam Se

बदला ( Badla ) फेसबुक पर एक पड़ी हुई पोस्ट देख कर आश्चर्य हुआ सामान्य जाति की मां के बने हुए हाथ के बने हुए भोजन को अन्य जात के बच्चों ने, ग्रहण करने से अस्वीकार कर दिया l इसी प्रकार अन्य जात की मां के द्वारा बनाया हुआ भोजन सवर्ण जाति के बच्चों ने…

Nyaya harayeko desh

न्याय हराएको देश | Nepali Sahityik Rachana

न्याय हराएको देश ( Nyaya harayeko desh )     यो आमा बुवा ले दिएको संकार को हार हो, यो व्यक्ति को मात्रै हार हैन, सम्पूर्ण मानव सभ्यता, यो सत्य को, यो विश्व व्यापी न्याय को, समय को, जिवन दर्शनका साथ साथै शास्वत नियम को पनि हार हो। यो एउटा निर्मला, एउटा सुष्मिता को मात्रै…

Aama

आमा | Aama

आमा ( Aama ) ‌ ‌। सम्पूर्ण आमाहरु मा समर्पित। ।   आमा त्यि ‌झ्याल हुन्, जसबाट एक अबोध शिशुले पहिलो पटक दुनियालाई हेर्छ। शिशु आमाको त्यो अंश हो,‌ जुन आमाको स्वांस नली देखी हृदय हुदै जिवनको केन्द्र सम्म पुग्छ। आमा मातृत्वको अभिरुप मात्रै नभइकन शिशुको जिवन स्वरुप पनि हो। आमा प्रकृतिका त्यि बरदान हुन्,…

शोर

शोर | Shor

शोर ( Shor ) बिरहा की लंबी साधना के बाद प्रिय के साक्षात दर्शन होंगे। मन के किसी कोने में एक अज्ञात सुख की वर्षा होगी जब प्रिय के दर्शन होंगे। चिड़िया का चहचहाने का शोर मानो मुझे प्रियतम के आने की सूचना दे रहा हो। निंद्रा से जगा रहा है, मानो चिड़िया मुझसे कह…

Najuk rishtey

नाजुक रिश्ते | Najuk rishtey

नाजुक रिश्ते ( Najuk rishtey )   क्या कभी आप सभी ने देखा है, या महसूस किया है,कभी समझने की कोशिश की है, कि जब एक बहुत ही नाजुक व नन्हे पौधे को एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जाता है, जड़ से उखाड़ कर उसे दूसरी माटी में बोया जाता है, एक…

गुलमोहर

गुलमोहर | Hindi sahitya ki rachna

गुलमोहर ( Gulmohar ) अगर कोई मुझसे पूछे के एक ऐसी चीज़ जो हमेशा मेरे साथ रही है, तो मैं कहूँगा वो मोहल्ले का पुराना गुलमोहर । जिसने कई बसंत देखे , कड़ी धूप और बरसातें देखी , देखा उसने पतंगो को पेच लड़ते और टूटते , देखा उसने बच्चों को उसकी शाखाओं पर चढ़ते…

भाग कर प्रेम और विवाह

भाग कर प्रेम और विवाह | डॉ.कौशल किशोर श्रीवास्तव की कलम से

भाग कर प्रेम और विवाह ( Bhag kar prem aur vivah )   पत्नि ने मुझसे चिरोरी करते हुए कहा “चलो हम भाग कर शादी कर ले। ” हरेक पत्नि की तरह मेरी पत्नी भी एक ऐसा बिजली का तार है जो दूर से भी झटके मारती है। इस बार चिरोरी कर रही थी। लगता…

hirdayagan online kavi sammelan

डा0 अलका अरोड़ा के संचालन में हृदयांगन संस्था मुंबई का हुआ आनलाइन राष्ट्रीय कवि सम्मेलन

स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर हृदयांगन साहित्यिक एवं सामाजिक संस्था मुंबई ने एक शाम देश के नाम कार्यक्रम 14 अगस्त 2021 को आयोजित किया जिसमे देश प्रेम तथा विविध गीतो की जमकर बरसात हुई।। कार्यक्रम की शुरूआत श्री सदाशिव चतुर्वेदी मधुर जी ने सरस्वती वंदना से की ।। चार घंटे चले इस कवि सम्मेलन…

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद

कथा सम्राट मुंशी प्रेमचंद (Katha samrat munshi premchand )   उपन्यास और कहानियों का जब भी जिक्र आता है तो सिर्फ एक नाम ही सामने नजर आता है। “सम्राट मुंशी प्रेमचंद जी” उनकी कहानियां पढ़कर हम बड़े हुए हैं हिंदी उपन्यास में हिंदी में, प्रेमचंद जी का पहला उपन्यास सेवासदन था। इससे पूर्व भी उनके…