बस गयी दिल में बेबसी इतनी!

बस गयी दिल में बेबसी इतनी | Sad Poetry

बस गयी दिल में बेबसी इतनी  ( Bas gayi dil mein bebasi itni )   बस गयी दिल में बेबसी इतनी! हो गयी दूर जब ख़ुशी इतनी   वरना रोना पड़ेगा जीवन भर मत कर यूं ही आशिक़ी इतनी   देख वरना दग़ा मिलेगा  यूं मत कर तू  गहरी दोस्ती इतनी   फ़ूल लें लें…

कितना आसाँ है कहना - भूल जाओ

कितना आसाँ है कहना – भूल जाओ | Ghazal

कितना आसाँ है कहना – भूल जाओ ( Kitna aasan hai kehna – bhool jao )   इस दिल पे इतनी सी इनायत करना सुर्ख लबो में अलफ़ाज दबाये रखना खामोश रही आँखो पे सवालात न करना चंद रौशनदानो को भी घर में खुला रखना   हवा का रुख बदलेगा जमाना जब भी घर की…

सिलसिला जब से मुहब्बत का हुआ!

सिलसिला जब से मुहब्बत का हुआ | Romantic Poetry

सिलसिला जब से मुहब्बत का हुआ! ( Silsila jab se muhabbat ka hua )   सिलसिला जब से मुहब्बत का हुआ! और  भी  रिश्ता  उससे गहरा हुआ   आशना तो वो रहा बनकर मुझसे वो नहीं  दिल से मगर  मेरा हुआ   देखता था जो कभी उल्फ़त नजर आज मेरा  दुश्मन वो  चेहरा हुआ  …

अब रहा है कौन अपना गांव में

अब रहा है कौन अपना गांव में | Ghazal

अब रहा है कौन अपना गांव में  ( Ab raha hai kaun apne gaon mein )     अब रहा है कौन अपना गांव में रह गया हूँ देखो तन्हा गांव में!   वो नहीं आया नगर से लौटकर रस्ता उसका रोज़ देखा गांव में   छोड़ आया  हूँ नगर मैं इसलिए है मकां ए…

चेहरा गुलाब जैसा है

चेहरा गुलाब जैसा है | Ghazal

चेहरा गुलाब जैसा है ( Chehra gulab jaisa hai )   मुस्कुराते हुए लब और चेहरा गुलाब जैसा है अब तो वो मेरे लिए बस इक ख्वाब जैसा है   काबीलियत नहीं मेरी शायद जिसे पाने की जिंदगी में मेरे लिए वह उस खिताब जैसा है   मेरा वजूद मुनव्वर है आज भी उसके दम…

चमन में अब निखार है शायद

चमन में अब निखार है शायद | Ghazal

चमन में अब निखार है शायद ( Chaman me ab nikhar hai shayad )   चमन में अब निखार है शायद। आने वाली बहार है शायद ।।   वो मर गया मगर हैं आंखें खुली, किसी का इंतजार है शायद।।   गर्ज पूरी हुई मुंह मोड़ लिया, बहुत मतलबी यार है  शायद।।   पांव में…

प्यार का ए ख़ुदा अब गुलाब चाहिए

प्यार का ए ख़ुदा अब गुलाब चाहिए | Ghazal

प्यार का ए ख़ुदा अब गुलाब चाहिए! ( Pyar ka e khuda ab gulab chahie )     प्यार का ए ख़ुदा अब गुलाब चाहिए! इक हंसी जिंदगी में  ज़नाब  चाहिए   नफ़रतों के पन्ने पड़ लिये ख़ूब है प्यार की उम्रभर अब क़िताब चाहिए   जो ख़ुशी से भर दें दामन मेरा सदा  ऐसा…

आज मुद्दतों बाद 

आज मुद्दतों बाद | Romantic Ghazal

आज मुद्दतों बाद  ( Aaj muddaton baad )     आज मुद्दतों बाद वो चुपके से पास आकर मेरा  हाथ सहलाकर  पूछती है   कहाँ गुम हो क्यों खामोश हो मुझे क्यों भूल गये   स्याही क्या सूख गई हर्फ क्या नहीं मिल रहे अलफाज़ नहीं जुड़ रहे   क्यों इतने गमगीन हो जो मुझको…

प्यार भरा दिल  मेरा तोड़ कर वो गया

प्यार भरा दिल मेरा तोड़ कर वो गया | Sad Shayari

प्यार भरा दिल  मेरा तोड़ कर वो गया ( Pyar bhara dil mera tod kar wo gaya )     प्यार भरा दिल  मेरा तोड़कर वो गया  उम्रभर  के  लिये  छोड़कर  वो  गया   देखता  रह  गया  बेबसी  से  उसे मुझसे ही मुंह अभी मोड़कर वो गया   लें  गया  वो  निशानी  सगाई  की  ही…

नहीं कोई  शहर में आशना यहां  मेरा

नहीं कोई शहर में आशना यहां मेरा | Ghazal

नहीं कोई  शहर में आशना यहां  मेरा ( Nahin koi shahar mein aashna yahan mera )     नहीं कोई  शहर में आशना यहां  मेरा ! हाले दिल ये कौन जो पूछता यहां मेरा   कि सोचता हूँ नगर छोड़ दूँ इसलिए मैं नहीं कोई तन्हाई के सिवा यहां मेरा   उदास पन इसलिए  भर…