
चंद्रयान चंद्र पर
( Chandrayaan Chandra Par )
चंद्रयान चंद्र पर पहुंचा प्यारा ध्वज तिरंगा लहराया।
अधरो पे मुस्कान मोहक खुशियों का मौसम आया।
राष्ट्रहिंद का विश्व पटल पर विजय शंखनाद हुआ।
वैज्ञानिक उपलब्धि पाये शुभ कर्म निर्विवाद हुआ।
आज वतन की रग रग में गौरव लालिमा छाई है।
चंद्रयान सफल रहा मन में घटा प्रेम की आई है।
जन-जन झूम-झूमके गाता मेरा भारत प्यारा।
चंद्र धरा तक पहुंच गया इक चंद्रयान सितारा।
इक दूजे को दे रहे बधाई घर-घर में बंटे मिठाई।
गली गली में चर्चे-चलते घड़ी खुशियों की आई।
कवि : रमाकांत सोनी सुदर्शन
नवलगढ़ जिला झुंझुनू
( राजस्थान )