राष्ट्रपति प्रतिभा देवी सिंह पाटिल ( Rashtrapati Pratibha Devi Singh Patil ) जैसा जिनका नाम था सारा वैसा ही उनका काम, प्रतिभा की धनी थी वो प्रतिभा देवी पाटिल नाम। पहली महिला राष्ट्रपति का अवसर आप ही पाया, शिक्षा स्वास्थ्य ग्रामीण विकास में ढ़ेर किऐ काम।। १९ दिसम्बर १९३४ को आप जन्मी है ये…
कोरोना की बरसी ! ***** सुन आई हंसी देखा केक काट थी रही! किसी ने कहा- जन्मदिन मना ली? अब जाओ इतना भी न सताओ। करोड़ों पर तेरी कृपा हुई है लाखों अब भी पीड़ित हैं इतने ही हुए मृत हैं। न दवा है न वैक्सीन और कितना रूलाएगी? ऐ हसीन! हसीन कहने पर लोग…
दुनिया आबाद रहे ( Duniya aabad rahe ) इंसानों में चरमपंथी यहाँ भी हैं वहाँ भी, फ़रिश्ते यहाँ भी हैं और वहाँ भी। जीडीपी बढ़ रही इस मुल्क की बड़ी तेजी से, हुकूमत करनेवाले यहाँ भी हैं वहाँ भी। दुनिया आबाद रहे ऐसी है हमारी सोच, ज्ञान बाँटनेवाले यहाँ भी हैं और वहाँ भी।…
गुलाबी ( Gulabi ) आई बेला मिलन की आप और गुलाबी हो गए पहले ही थे नैना मतवाले अब और शराबी हो गए झूम उठी है अमराई यौवन ने ली है अंगड़ाई अधरों पर छाई लाली गाल गुलाबी हो गए उठकर गिरती पलकेँ भी भर आई हैं मादकता में छूते केश कपोलों को तुम…
हे पित्रात्मा आप परमात्मा ( Hey pitratma aap parmatma ) जन्म- मरण और मानव बन्धनों से, छुटकारा पाकर के मोक्ष पा लिया। मोह- माया तिनको का आशियाना, छोड़कर परमधाम जो पहुँच गया।। आज फिर से याद आ गऐ मुझको, बचपन के वह खिल-खिलाते दिन। जब बैठा करता था मैं माॅं-पिताजी, आपके कंधों पर हर…
विभावरी ( Vibhavari ) काली विभावरी सा आखिर तम कब तक ढोती रहोगी चेतना विहीन मुढ बनकर कब तलक सोती रहोगी स्त्री मर्यादा मूल्य को समाज के कटघरे में बतलान वाले वो प्रज्ञान पुरुष स्वयं को सदा ज्ञानि व विद्वान बतलाने वाले समय के बहुमूल्य मानक संग तुम अपनी सारी बात रखो धीर गंभीर…