Essay in Hindi on holi

होली पर निबंध | Essay in Hindi on Holi

 होली पर निबंध

( Holi essay in Hindi )

प्रस्तावना

होली भारत का एक लोकप्रिय और विश्व प्रसिद्ध त्यौहार है। होली का त्योहार प्रमुख रूप से भारत के अलावा नेपाल में भी मनाया जाता है। मार्च के महीने में होली का त्योहार मनाया जाता है। इस त्यौहार में लोगों मिल कर साथ मे होली खेलते हैं।

सबसे अधिक बच्चे इस अवसर पर खुश दिखते हैं। रंग बिरंगी पिचकारिओं के साथ एक दूसरे पर रंग डालते बच्चे हर जगह घूमते रहते हैं। होली एक ऐसा त्यौहार है जो उत्साह के साथ सकारात्मक ऊर्जा का संचार करता है। लोग इस खास पर्व की तैयारी बेहद उत्साह से करते हैं।

होली की तैयारी ( Holi preparations in Hindi ) :-

होली एक ऐसा त्यौहार है जिसकी तैयारी करने में एक दिन से ज्यादा का समय लगता है। घरों में तरह-तरह के पकवान बनते हैं।

जिसमें प्रमुख रुप से गुझिया, दही बड़ा, गुलाब जामुन, जैसे पकवान हर घर में बनाए जाते हैं। इसके अलावा महिलाएं अपने घरों पर पापड़, चिप्स जैसी चीजों को भी बनाती हैं।

होली कैसे मनाते हैं ( How to celebrate Holi in Hindi ) :-

होली ऐसा त्यौहार है जिसे सभी लोग आपस में मिलकर बेहद उत्साह से मनाते हैं। बड़े भी बच्चे की तरह बन कर एक दूसरे के चेहरों को रंगों से ऐसे रंगते हैं कि पहचानना मुश्किल हो जाता है।

लोग गुलाल लगाकर एक दूसरे से गले मिलते हैं और अपने से बड़ों का आशीर्वाद लेते हैं। इस त्यौहार पर अमीर – गरीब, उच्च – नीच का भेद बुलाकर लोग साथ में मिलकर खुशियां मनाते हैं।

होली के अवसर पर कहीं-कहीं भांग व ठंढई भी पीने का भी रिवाज है। लोग नशे में डूबे रहते हैं। बच्चे सुबह से ही रंग और पिचकारी लेकर एक दूसरे पर रंग डालना शुरू कर देते हैं।

अलग-अलग स्थानों पर होली का त्यौहार अलग-अलग ढंग से मनाया जाता है। पुराने समय में होली के अवसर पर मंदिरों में लोग भजन-कीर्तन कर के दिन गुर्जर करते थे।

लोग ढोल मजारों के साथ लोक गीत गाया करते थे। आज भी मथुरा के वृंदावन में होली पारंपरिक ढंग से मनाया जाता है।

होली के त्यौहार का महत्व ( Importance of Holi festival in Hindi ) :-

होली का त्योहार होलिका दहन से जुड़ा हुआ है। होली के एक दिन पहले होलिका दहन किया जाता है। इस दिन होली के एक दिन पहले रात में एक जगह लोग एकत्र होकर होलिका दहन करते हैं। कहीं-कहीं होलिका दहन के दिन उबटन लगाने का भी रिवाज है।

कहा जाता है कि ऐसा करने से सभी त्वचा से जुड़े रोग दूर हो जाते हैं। होलिका दहन में लकड़ी चलाने के साथ यह भी कहा जाता है कि लोगों के विकार चल जाते हैं। लोग अपने गिले-शिकवे को होलिका में दहन करके एक दूसरे से प्रेम पूर्वक मिलकर रहते हैं।

भारत के विभिन्न राज्यों में होली (Holi in different states of India in Hindi ) : –

भारत के विभिन्न राज्यों में होली अलग-अलग ढंग से मनाई जाती है, जिसमें प्रमुख रुप से ब्रज की लठमार होली, मथुरा और वृंदावन की होली, गुजरात महाराष्ट्र की मटकी फोड़ होली काफी लोकप्रिय है।

बृजभान की लठमार होली ( Brijbhan’s Lathmar Holi in Hindi ) :-

ब्रज में होली खेलने की अनूठी परंपरा है। ब्रज के गांव बरसाना में होली को प्रेम के प्रतीक के त्यौहार पर जाना जाता है। इस दिन नंद गांव के पुरुष और बरसाना गांव की महिलाएं साथ में होली का त्यौहार मनाते हैं।

कहा जाता है कि भगवान श्री कृष्ण नंद गांव के निवासी थे, जबकि राधा बरसाना की निवासी थी। यहां पर पुरुष पिचकारी लेकर महिलाओं को रंगों से रंगते भी हैं और महिलाएं खुद के बचाव करने हेतु और रंगों का उत्तर देने के लिए लाठियां मारती हैं। यहां होली का स्वरूप बेहद अद्भुत होता है।

मथुरा और वृंदावन में होली  ( Holi in Mathura and Vrindavan in Hindi ) : –

भारत के उत्तर प्रदेश में मथुरा और वृंदावन में होली का अलग ही नजारा देखने को मिलता है। यहां पर होली की का त्योहार 16 दिन मनाया जाता है। लोग तरह-तरह के लोकगीत गाते हैं। लोग एक दूसरे पर रंग और गुलाल डालते हैं।

महाराष्ट्र और गुजरात की मटकी फोड़ होली (Matki burst Holi of Maharashtra and Gujarat in Hindi) –

भारत के दो समृद्धि राज महाराष्ट्र और गुजरात में भगवान श्री कृष्ण की बाल लीला का स्मरण करते हुए होली का त्योहार धूमधाम से मनाया जाता है।

इस दिन महिलाएं एक मटकी में मक्खन को भरकर उँचाई पर लटका देती हैं और बच्चे इसे तोड़ने का प्रयास करते हैं। इस दौरान नाच गाने के साथ स्थानीय गीत गाए जाते हैं।

पंजाब की होली (Holi of Punjab in Hindi )  :-

पंजाब में होली का त्योहार प्रमुख रूप से पुरुषों की शक्ति के त्यौहार पर जाना जाता है. होली के दूसरे दिन सिखो का प्रमुख त्यौहार मनाया जाता है।

यह त्यौहार पवित्र धर्म स्थान आनंदपुर साहिब के छह दिवसीय मेले के रूप में होता है। इस मेले में पुरुष घुड़सवारी तीरंदाजी जैसे कर्तव्य को दिखाते हैं

बंगाल की होली  ( Holi of Bengal in Hindi ) :-

बंगाल और उड़ीसा में होली काफी प्रचलित त्यौहार है। यहां पर इसे डोल पुर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। इस दिन राधा कृष्ण की प्रतिमा को एक डोली में बैठाया जाता है और एक गांव से दूसरे गांव भजन कीर्तन करते हुए इस यात्रा निकाली जाती है। इस दौरान लोग रंगों से होली खेलते हुए नजर आते हैं।

निष्कर्ष ( Conclusion ) :-

होली का त्यौहार फागुन मास की पूर्णिमा के दिन रंग और गुलाल के साथ अपने स्थानीय परंपराओं के साथ धूमधाम से मनाया जाता है। भारत के कोने कोने में लोग विभिन्न प्रकार से इस त्यौहार को बेहद उत्साह से लोग मनाते हैं।

इस पर्व के अवसर पर लोग अपने आपसी मनमुटाव को भूल कर फिर से एक दूसरे से मिलजुल कर रहने की शुरुआत करते हैं।

लेखिका : अर्चना  यादव

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