शिक्षक

( Shikshak ) 

 

जो तुम्हें तुमसे मिला दे
तुम्हें आईना दिखा दे
मन में जुनून बसा दे
हारने पर तुम्हें फिर उठ
खड़ा होना सिखा दे
खुद दीपक जैसे जलकर
तुझे रोशन होना सिखा दे
राष्ट्रभक्ति राष्ट्र प्रेम सिखाए
सही गलत का भेद बताएं
उसकी दी सिखों को तू
जीवन भर भूल न पाए
बच्चों में जो घुल मिल जाए
ज्ञान के सागर में ले जाए
जिसे देख तू नतमस्तक हो
वहीं शिक्षक शिक्षक कहलाए

 

डॉ प्रीति सुरेंद्र सिंह परमार
टीकमगढ़ ( मध्य प्रदेश )

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