हैप्पी न्यू ईयर
हैप्पी न्यू ईयर
हैप्पी न्यू ईयर बोल उठी गांव शहर की हर गलियां
नव वर्ष आते ही खिल उठी गांव शहर की हर गलियां
फूल खिल महक उठी जगत की गांव शहर की हर गलियां ,
गुलाबों ने भी है तोड़ी अपनी अपनी चुप्पियां,
सौगात इजहार कर गया है गांव शहर की हर गलियां,
इश्क, मोहब्बत में तोड़े थे हम तुम कितनी गुलाब की कलियां,
इजहार सुगंधित हो उठी है अब गांव शहर की हर गलियां
छोटे, बड़े सभी तोड़े हैं अब अपनी -अपनी चुप्पियां,
बोल उठी हैं हैप्पी न्यू ईयर गांव शहर की हर गलियां
हर्ष उल्लासित हो उठी है संसार की हर दिल की पक्षियां
बोल उठी है हैप्पी न्यू ईयर गांव शहर की हर गलियां
लेखक– धीरेंद्र सिंह नागा
(ग्राम -जवई, पोस्ट-तिल्हापुर, जिला- कौशांबी )
उत्तर प्रदेश : Pin-212218