हिन्दी हमारी मां

( Hindi tumhari maa ) 

 

हिन्दी हमारी मातृभाषा गर्व है मुझे,
दिल को छू लेने वाली भाषा गर्व है मुझे।

14 सितम्बर का दिन हमेशा रहेगा याद,
इस खास दिन के मौके पर गर्व है मुझे।

हिन्दी को जैसे लिखे वैसे पढ़ें है यह खास,
आम जनमानस की भाषा पर गर्व है मुझे।

सभ्याचार में रहना सिखाती है हिन्दी हमें,
गुणकारी मृदुला है यह पर गर्व है मुझे ।

साहित्य और संस्कृति को बढ़ावा देने वाली,
आम जन के शब्दों की बात पर गर्व है मुझे ‌।

कार्यालय में प्रयुक्त होनेवाली मैं ही हूं,
आपके लाज प्यार पर गर्व है मुझे।

विज्ञान और प्रौद्योगिकी की भाषा मैं ही हूं,
गगन तक मेरा डंका बजा पर गर्व है मुझे।

आध्यात्मिक दर्शन कराने वाली भाषा है
हिन्दी दिवस मनाया गया पर गर्व है मुझे।

खान मनजीत हिन्दी को जीवित रखना,
मां का लाड प्यार करने पर गर्व है मुझे ।

 

Manjit Singh

मनजीत सिंह
सहायक प्राध्यापक उर्दू
कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय ( कुरुक्षेत्र )

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