मां पर कविता | Hindi me Maa par Kavita
मां पर कविता
( Maa par kavita )
( Maa par kavita )
उम्मीद के चिराग ***** उम्मीद के चिराग जलाए रखिए, मन-मानस में सदैव संजोए रखिए। लाएगी सुंदर सुखद खबर शीघ्र- ना होईए अधीर; बदल देगी पल में बिगड़ी हुई तकदीर। उम्मीद का चिराग- आशा है , किरण है , सपना है, इसकी ताक में सदा रहना है। देखें कब यह जलता है? आपका किया हुआ कैसे…
खुद से खुद को हारो ना ( Khud se khud ko haro na ) थक कर बैठ गया पथ पर क्यों खुद से खुद को हारो ना, मन से ही सब जीत हार है मन को अपने मारो ना। अंधकार को चीर निकल चल जल्द सवेरा आयेगा थक कर हार गया गर जीवन तो…
हिन्दी सजीव भाषा हिन्दी हमारी मातृभाषा हैहिन्दी हमारी राजभाषा हैहिन्दी से व्यवसाय हमाराहिन्दी हमारी लोकभाषा है । हिन्दी की है छाती चौड़ीसब भाषा इनके ओर दौड़ीसभी भाषा के शब्दों कोपरिवार जैसे अपनाया है । आराम , अफसोस…फारसी हैअमीर , गरीब…. अरबी हैचाय , पटाखा…. चीनी हैतोप , तलाश……तुर्की हैस्कूल, कॉलेज…अंग्रेजी हैआदि शब्दों को समाया है…
कितनी मुसीबत ( Kitni Musibat ) यारों कितनी मुसीबत होती है इक जाॅ को मेरी जाॅ कहने मे, जब हो जाती है उनसे मोहब्बत उनको मोहब्बत कहने मे, हम वादा तो अक्सर करते नही पर अवसर बन ये आ जाते है, बन जाते है ये जी के जंजाल औल टूटें तो जी घबराते है, फिर…
लीलाधारी श्रीकृष्ण ( Liladhari Shreekrishna ) लीलाधारी श्री कृष्ण लीला अपरंपार आकर संकट दूर करो प्रभु हे जग के करतार लीलाधारी श्री कृष्ण चक्र सुदर्शन धारी हो माता यशोदा के गोपाला गोपियों के गिरधारी हो हे केशव माधव दामोदर सखा सुदामा सुखदाता हे अगम अगोचर अविनाशी जग कर्ता विश्व विधाता कोई तुमको छलिया कहता…
मन मे उडे उमंग ( Man me ude umang ) फागुन के दिन थोडे रह गये, मन मे उडे उमंग। काम काज मे मन नही लागे, चढा श्याम दा रंग। नयन से नैन मिला लो हमसे, बिना पलक झपकाए। जिसका पहले पलक झपक जाए, उसको रंग लगाए॥ बरसाने मे राधा नाचे गोकुल मे श्रीश्याम।…