हो दोस्ती की बारिशें
हो दोस्ती की बारिशें

हो दोस्ती की बारिशें

 

 

तन्हाई कटती नहीं हो दोस्ती की बारिशें

हो ख़ुदा अब ऐसी मुझपे आशिक़ी की बारिशें

 

प्यार से कोई निभाये दोस्ती का रिश्ता ये

मत हो मुझपे ये कभी भी बेदिली की बारिशें

 

प्यार की बातें हमेशा हो किसी से गांव में

हो नहीं मुझपे कभी नाराज़गी की बारिशें

 

प्यार से महके ख़ुदा कोई कभी भी हो न ग़म

जिंदगी में हो मुहब्बत शाइरी की बारिशें

 

ए खुदा कोई न आये जिंदगी में ग़म कभी

जिंदगी में हो हमेशा ही ख़ुशी की बारिशें

 

हर घड़ी मेरे लबों पे ही रहे रब ए हंसी

हो नहीं ए रब निगाहों से नमी की बारिशें

 

दी जिसे मैंनें वफ़ाओ की रवानी प्यार से

कर गया वो आज़म पे ही दुश्मनी की बारिशें

 

 

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शायर: आज़म नैय्यर

(सहारनपुर )

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