जीवन आदर्श | Jeevan Adarsh
जीवन आदर्श
( Jeevan adarsh )
( Jeevan adarsh )
श्रृंगार ( Shrrngaar ) मधुरम नयन काजल से प्रिय, अधर पंखुड़ी गुलाब की जैसे , लट गुघराली उड़े जब मुख पर मधुरम मुस्कान को संग लिए स्त्री अपने लाज भाव से ही पूर्ण करे अपना श्रृंगार सारा ।। रूप मोतियों के जैसा प्यारा कंचन बरण दमके यह कया हृदय में प्रेम के स्वर सजाकर…
सहारा ( Sahara ) लड़ा नही जाता अब हालातो से अब टूटते हुए सपनो के टुकड़ों को संभाला नही जाता मां की ममता का स्नेह अब बताया नही जाता अब बस दुआ वों का सहारा है मन्नतो का आसरा है वक्त के साये तले हर शक्स का बेनकाब चेहरा है अपनी तन्हाई में अब…
पाठक तुम कब आओगे ( Pathak tum kab aaoge ) पड़ी किताबें पूछ रही है पाठक तुम कब आओगे पुस्तकालय सूना लगता कब पुस्तक पढ़ पाओगे कब होगी हाथों में पुस्तक पन्ने पलट पढ़ो जरा शब्द शब्द मोती संजोये पोथियों में ज्ञान भरा आखर आखर पढ़ देखो किस्मत बदल पाओगे पुस्तकों से…
नाग पंचमी विशेष ( Nag Panchami Par Kavita ) इक प्याले मे दूध लिए, पत्नी आई मुस्कराई। तुमको मेरे प्राण नाथ, नाग पंचमी की बधाई। पी लो हे प्रिय नटराजा के, विष तो तुमरी वाणी है। एक वर्ष में एक बार ही, विष में धार लगानी है। क्यों मै ढूंढू अन्य नाग…
2020 कोरोना महामारी का साल ( 2020 Corona mahamari ka sal ) यह साल 2020 कोरोना महामारी का साल है || 1. हाहाकार मची दुनिया में, कैसी ये बीमारी है | चाइना से ये प्रकट हुई, सारी दुनिया पर भारी है | हजारों ग्रसित थे शुरुवात मे, करोडों मे हावी महामारी है |…
भोर होने तक ( Bhor Hone Tak ) भोर तक तो चलना होगा रुकना और ठहरना होगा सफर है हमारी जिंदगी का लडखडाना और संभलना होगा हर मौसम के साथ रहना होगा हर मोड़ से हमें गुजरना होगा होंगे कईयों से गिले शिकवे भी सब में समझाना और समझना होगा धूप और छांव जरूरी…