छोटी चीजें
( Choti Chijen )
छोटी चीज़ों पर नजर रखना
बहुत बड़ा काम है
छोटी चीज़ें ही जनम देती है
विराट चीज़ों को
पैदा होता है बरगद का पेड़
छोटे से बीज से
देख लेती है छोटी-सी आँखे
बड़ी दुनिया को
शुरु होती है मीलों का सफर
छोटे से कदम से
फूटते हैं क्रान्तियों के विचार
कारा की कोठरीमें
शेखर कुमार श्रीवास्तव
दरभंगा( बिहार)