पीछे हटना नहीं | Kavita in Hindi Motivational
पीछे हटना नहीं
( Piche hatna nahi )

( Piche hatna nahi )
वह बचपन की याद पुरानी ( Woh bachpan ki yaad purani ) दही बिलोती दादी नानी नहीं रही वह कथा कहानी कहां गई पीपल की छांव वो बचपन की याद पुरानी सावन के झूले कहां अब कहां बरसता टिप टिप पानी बहुत सुहानी लगती हमको वो बचपन की याद पुरानी निकर पहन स्कूल…
गंगा का बनारस भाग-३ ( Ganga ka Banaras ) मौत न पिए, तेरी साँसें, के पहले तू जा बनारस। हैं धँसे शूल जो तेरे बदन, जाके निकाल उसे बनारस। मत बढ़ा तू दिल का छाला, देगा आशीष वही बनारस। मैली कर न अपनी साँसें, जाके धो ले शहर बनारस। उड़ जाएगा पिंजड़े से बुलबुल, दर्प…
बोल कर तो देखो सुनो- तुम कुछ बोल भी नहीं रहे हो यहीं तो उलझन बनी हुई है कुछ बोल कर दूर होते तो चल सकता था….. अब बिना बोले ही हमसे दूर हो गए हो ये ही बातें तो दिमाग में घर कर बैठी है अब निकालूँ भी तो कैसे कोई…
होली ने आकर कर डाला ( Holi ne aakar kar dala ) होली ने आकर कर डाला,सब कुछ गड़बड़ घोटाला है ! चेहरों के अंदर का चेहरा, धो-धो कर नया निकाला है !! जो गले मिला आकर उसने, कर डाला खूब हरा नीला यदिअधिकप्यारउमड़ातोफिर,करदियापकड़मुंहकालाहै !! घर के पीछे कीगलियों से,छुप-छुपकर भागोगे…
जरूरत-मन्द –>नकली के सम्मुख, असली फीका पड़ जाता है || 1.नकली जेवर की चमक मे, असली सोना फीका पड गया | नकली नगीनों की चमक मे, असली हीरा फीका पड गया | दिखावटी लोगो की चमक मे, असली इंसान फीका पड गया | मतलबी दोस्तों की धमक मे, सच्चा दोस्त फीका पड गया…
बंद कर दो बाल-विवाह ( Band kar do bal-vivah ) ख़ूब पढ़ाओं यह देनी एक सलाह, बन्द कर दो अब तो बाल-विवाह। लड़का एवं लड़की होने दो जवान, ना करना बचपन में जीवन स्वाह।। क्या सही गलत यह नही पहचान, अभी है यह कच्चे घड़े के समान। चुनने दे इनको अपनी अपनी राह,…
वह बचपन की याद पुरानी ( Woh bachpan ki yaad purani ) दही बिलोती दादी नानी नहीं रही वह कथा कहानी कहां गई पीपल की छांव वो बचपन की याद पुरानी सावन के झूले कहां अब कहां बरसता टिप टिप पानी बहुत सुहानी लगती हमको वो बचपन की याद पुरानी निकर पहन स्कूल…
गंगा का बनारस भाग-३ ( Ganga ka Banaras ) मौत न पिए, तेरी साँसें, के पहले तू जा बनारस। हैं धँसे शूल जो तेरे बदन, जाके निकाल उसे बनारस। मत बढ़ा तू दिल का छाला, देगा आशीष वही बनारस। मैली कर न अपनी साँसें, जाके धो ले शहर बनारस। उड़ जाएगा पिंजड़े से बुलबुल, दर्प…
बोल कर तो देखो सुनो- तुम कुछ बोल भी नहीं रहे हो यहीं तो उलझन बनी हुई है कुछ बोल कर दूर होते तो चल सकता था….. अब बिना बोले ही हमसे दूर हो गए हो ये ही बातें तो दिमाग में घर कर बैठी है अब निकालूँ भी तो कैसे कोई…
होली ने आकर कर डाला ( Holi ne aakar kar dala ) होली ने आकर कर डाला,सब कुछ गड़बड़ घोटाला है ! चेहरों के अंदर का चेहरा, धो-धो कर नया निकाला है !! जो गले मिला आकर उसने, कर डाला खूब हरा नीला यदिअधिकप्यारउमड़ातोफिर,करदियापकड़मुंहकालाहै !! घर के पीछे कीगलियों से,छुप-छुपकर भागोगे…
जरूरत-मन्द –>नकली के सम्मुख, असली फीका पड़ जाता है || 1.नकली जेवर की चमक मे, असली सोना फीका पड गया | नकली नगीनों की चमक मे, असली हीरा फीका पड गया | दिखावटी लोगो की चमक मे, असली इंसान फीका पड गया | मतलबी दोस्तों की धमक मे, सच्चा दोस्त फीका पड गया…
बंद कर दो बाल-विवाह ( Band kar do bal-vivah ) ख़ूब पढ़ाओं यह देनी एक सलाह, बन्द कर दो अब तो बाल-विवाह। लड़का एवं लड़की होने दो जवान, ना करना बचपन में जीवन स्वाह।। क्या सही गलत यह नही पहचान, अभी है यह कच्चे घड़े के समान। चुनने दे इनको अपनी अपनी राह,…
वह बचपन की याद पुरानी ( Woh bachpan ki yaad purani ) दही बिलोती दादी नानी नहीं रही वह कथा कहानी कहां गई पीपल की छांव वो बचपन की याद पुरानी सावन के झूले कहां अब कहां बरसता टिप टिप पानी बहुत सुहानी लगती हमको वो बचपन की याद पुरानी निकर पहन स्कूल…
गंगा का बनारस भाग-३ ( Ganga ka Banaras ) मौत न पिए, तेरी साँसें, के पहले तू जा बनारस। हैं धँसे शूल जो तेरे बदन, जाके निकाल उसे बनारस। मत बढ़ा तू दिल का छाला, देगा आशीष वही बनारस। मैली कर न अपनी साँसें, जाके धो ले शहर बनारस। उड़ जाएगा पिंजड़े से बुलबुल, दर्प…
बोल कर तो देखो सुनो- तुम कुछ बोल भी नहीं रहे हो यहीं तो उलझन बनी हुई है कुछ बोल कर दूर होते तो चल सकता था….. अब बिना बोले ही हमसे दूर हो गए हो ये ही बातें तो दिमाग में घर कर बैठी है अब निकालूँ भी तो कैसे कोई…
होली ने आकर कर डाला ( Holi ne aakar kar dala ) होली ने आकर कर डाला,सब कुछ गड़बड़ घोटाला है ! चेहरों के अंदर का चेहरा, धो-धो कर नया निकाला है !! जो गले मिला आकर उसने, कर डाला खूब हरा नीला यदिअधिकप्यारउमड़ातोफिर,करदियापकड़मुंहकालाहै !! घर के पीछे कीगलियों से,छुप-छुपकर भागोगे…
जरूरत-मन्द –>नकली के सम्मुख, असली फीका पड़ जाता है || 1.नकली जेवर की चमक मे, असली सोना फीका पड गया | नकली नगीनों की चमक मे, असली हीरा फीका पड गया | दिखावटी लोगो की चमक मे, असली इंसान फीका पड गया | मतलबी दोस्तों की धमक मे, सच्चा दोस्त फीका पड गया…
बंद कर दो बाल-विवाह ( Band kar do bal-vivah ) ख़ूब पढ़ाओं यह देनी एक सलाह, बन्द कर दो अब तो बाल-विवाह। लड़का एवं लड़की होने दो जवान, ना करना बचपन में जीवन स्वाह।। क्या सही गलत यह नही पहचान, अभी है यह कच्चे घड़े के समान। चुनने दे इनको अपनी अपनी राह,…