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सही मतदान | Matdan
सही मतदान ( Sahi Matdan ) ( 2 ) शुचिता के प्रसून खिले,सजग सही मत प्रयोग से मतदान लोकतंत्र व्यवस्था, हर मतदाता परम अधिकार । उत्तम नेतृत्व चयन परम, अवांछित सदैव प्रतिकार । राष्ट्र निर्माण सक्रिय भागिता, उज्ज्वल भविष्य कल्पना योग से । शुचिता के प्रसून खिले, सजग सही मत प्रयोग से ।। जाति धर्म…
चाँद की चाँदनी | Chand ki Chandni
चाँद की चाँदनी ( Chand ki chandni ) चाँद की चाँदनी की नजर देखेंगे, मेरे दिल में है उतरी जिगर देखेंगे। थाम कर जो सितारे जमीं को रखे, उन सितारों का जा के हुनर देखेंगे। खौफ खाती है मौत देखो मेरे इश्क़ से, चाँदनी का वो चलके सहर देखेंगे। जिन्दा उसके बिना रह सकते…
ढूंढ़ता क्या है तू दिल के पत्थरों में
ढूंढ़ता क्या है तू दिल के पत्थरों में ढूंढ़ता क्या है तू दिल के पत्थरों में ! प्यार नहीं है इन ज़रा भी जाहिलों में नफ़रतों की सिर्फ़ होती बातें है है नहीं उल्फ़त ज़रा भी इन घरों में झूठ आयेगा नज़र हर साफ़ तुझको देख हर चेहरा ज़रा…
Shiksha Kavita | Shiksha Par Kavita | Poem On Shiksha -शिक्षा
शिक्षा ( Shiksha ) जगत में शिक्षा है आधार। शिक्षा बिना धुंध सा जीवन शिक्षा मुक्ती द्वार।। जगत में० ।। अनपढ़ मूढ़ निरक्षर क्या -क्या शव्द बुलाये जाते, इन लोगों से भेड़ बकरियां पशु चरवाये जाते, पढ़ें – लिखे मुट्ठी भर लोग तब करते अत्याचार।। जगतमें० ।। शिक्षा बिना न मिले नौकरी दर-दर ठोकर…
हम चले साथ में | Hum Chale Saath mein
हम चले साथ में ( Hum chale saath mein ) दिन दोपहरी और शाम में, चाहें काली अंधेरी इस रात में। सर्दी, गर्मी और बरसात में, आओ हम चलें एक साथ में।। सुख-दुःख सबके ही साथ है, कभी धूप और कभी छाँव है। हाथों में अपनें यही हाथ है, सात जन्मो का अपना साथ…
नारी हूं मैं नारायणी | Nari Hoon Main Narayani
नारी हूं मैं नारायणी ( Nari hoon main narayani ) नारी हूं मैं नारायणी।कहलाती हूं नारायण की अर्धांगिनी। अपनी शोभा बढ़ाने की चाह,जब नारायण के मन में आया ।तब मेरी उत्पत्ति किया गया,मुझे गया अपने से अलग कर बनाया। मैं उनकी शक्ति स्वरूपा हूं।उन्हें प्रेरणा देने वाली, उनकी प्रेरणा हूं। नहीं हूं मैं किसी की…