नवदुर्गा पर कविता
( Navdurga par kavita )
मां मुझको तू शक्ति दे दे
जीवन के तू दुख हर ले
जुड़ा रहे तुझसे यह नाता
इतनी मेरी बिनती सुन ले
मांगू मैं ना तुझसे कुछ मैं
चरणों में शरणागत कर ले
दीया जनम जो तूने मुझको
दूजो की सेवा का वर दे
तुझे चढ़ाऊं मैं जल माता
आशीशों से झोली भर दे
पड़ी फसल खेतों में मैया
दया दृष्टि उस पर भी कर दे
ह्रदय विशाल हैमैया तेरा
विनती मैया सबकी सुन ले
नौ रूपों में आई हो मैया
हर चेहरे पर मुस्कान भर दे l