डॉक्टरेट महताब ए आज़ाद की कविताएं | Dr. Mahtab Poetry
लाल बहादुर शास्त्री
छोटा कद उच्च विचारों वाले हमारे।
लाल बहादुर शास्त्री थे महान।।
मजबूत इरादे वाले सदा रहे वो।
हर कदम पर बढ़ाया देश का मान।।
जय जवान जय किसान का दिया नारा।
गरीब मजलूम का बने वे सदा सहारा।।
देश हित में लिए बड़े फैसले सदा।
जिन पर गर्व देश करता है हमारा।।
हिला दिया था जिसने पाकिस्तान।
सच्चा भारत का वो सपूत महान।।
जिन्होंने रखा था भारत का मान।
हमारे शास्त्री जी थे हमारी शान।।
महात्मा गांधी जयंती
सीधे साधे और सच्चे थे।
बापू प्यारे कितने अच्छे थे।।
कोमल मन वाले बापू थे।
बच्चों में बन जाते बच्चे थे।।
कभी न बदले अपने इरादे थे।
कभी न अंग्रेजो के सामने झुकेथे।।
मुश्किल सहन की सफर रखा जारी।
बापू जी थे अहिंसा के पुजारी।।
नाम था मोहन दास करमचंद गांधी।
सच में बापू थे आज़ादी की आंधी।।
वह भारत के सपूत महान थे।
जिनकी नज़र में बराबर सब इंसान थे।।
सिख, हिन्दू हो चाहे मुस्लमान।
बापू सबका करते थे सम्मान।।
“आज़ाद” भारत हुआ अपना।
बापू का साकार हुआ था सपना।।
डॉक्टरेट महताब ए आज़ाद
उत्तर प्रदेश