Mitti ke Diye

मिट्टी के दिये

( Mitti ke diye ) 

 

मिट्टी के दीयों से, सुख समृद्धि मंगलता अपार

प्रकृति पंचम तात्विक आभा,
धर्म कर्म स्नेहिल स्पर्शन ।
आत्मिक संबंध पराकाष्ठा,
परंपरा संस्कार अनूप दर्शन ।
सघन तिमिर मूल विलोपन,
सर्वत्र दर्शन दीप्ति बहार ।
मिट्टी के दीयों में, सुख समृद्धि मंगलता अपार ।।

मृदा रज रज प्रभा,
उन्नति ऊर्जस्विता प्रदायक ।
मैत्री परम पथ गठबंधन,
सदाचारित जीवन नायक ।
मधुर मृदुल स्वभाव संग,
उरस्थ अनंत कृपा दृष्टि धार ।
मिट्टी के दीयों से, सुख समृद्धि मंगलता अपार ।।

प्रयोग नित्य गौरव अनुभूति,
राष्ट्रीयता शीर्ष अभिवंदन ।
पर्यावरण निष्ठ संचेतना,
जनमानस स्नेह स्पंदन ।
शुद्ध सात्विक निर्माण प्रक्रिया,
अनुष्ठानिक फलन सुआधार।
मिट्टी के दीयों से, सुख समृद्धि मंगलता अपार ।।

मनुज कायिक संरचना,
पंच अवयव अद्भुत मिश्रण ।
जल अग्नि वायु नभ सह,
मिट्टी अंतर दिव्य संचरण ।
दीपमाला पर्व अति शोभित,
दीया बाती असीम प्यार दुलार ।
मिट्टी के दीयों से ,सुख समृद्धि मंगलता अपार ।।

 

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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