नवरात्रि पर्व ( अश्विन ) पंचम दिवस
नवरात्रि पर्व ( अश्विन ) पंचम दिवस
भुवाल माता के गीत सब गाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
भुवाल माता का सब ध्यान लगाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
भुवाल माता का स्मरण हमे पावन बना देगी ।
कर्म का मैल भव भव का , हमारे मिटा देगी ।
ज्ञान गंगा से सब नहाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
आत्मा की निर्मलता में प्रेम के फूल खिलते है ।
ह्रदय की पवित्रता से आपस में मिलते है ।
प्रेम की सुरभि फैलाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
शूलों को किंचित कभी बढ़ने नहीं देना ।
क्षमा देकर के शूल को फूल कर देना ।
भुवाल माता का स्मरण करो
नवरात्रि पर्व आया है – 2
हम सब ये सुनहरे दिन नवरात्रि पर्व में मनाते है ।
कर्मों के योग से कई दीवाने समय यूं ही गंवाते है ।
आस्था श्रद्धा माता पर अपनाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
भुवाल माता के गीत सब गाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
भुवाल माता का सब ध्यान लगाओ
नवरात्रि पर्व आया है – 2
प्रदीप छाजेड़
( बोरावड़)
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