देखे हैं हमने

देखे हैं हमने | Dekhe Hai Humne

देखे हैं हमने ( Dekhe Hai Humne ) देखे हैं हमने घूम के दुनिया के सब गुलाब।मिलता नहीं कहीं भी सनम आपका जवाब। क्योंकर न उसको नाज़ हो अपने नसीब पर।जिसको तुम्हारे प्यार की दौलत है दस्तयाब। बैठी हुई है ऐसे वो सखियों के दरमियां।तारों में जैसे बैठा हो सजधज के माहताब। किसकी मिसाल किससे…

गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन, पुस्तक लोकार्पण और सम्मान समारोह का भव्य आयोजन

गंगा-जमुनी कवि सम्मेलन, पुस्तक लोकार्पण और सम्मान समारोह का भव्य आयोजन

शायर पंडित देवी प्रसाद मस्त जी की 111 वीं जयंती पर गंगा जमुनी कवि सम्मेलन, पुस्तक लोकार्पण एवं सम्मान समारोह का आयोजन कविगोष्ठी आयोजन समिति ने शायर विनय साग़र जायसवाल (मेरी) अध्यक्षता में खुशहाली सभागार में आयोजित किया। मुख्यातिथि रहे डॉ विनोद पागरानी जी विशिष्ट अतिथि डॉ बिजेंद्र पाल शर्मा जी (सहारनपुर) तथा साहित्य भूषण…

तेरे नयनों की बरसात

तेरे नयनों की बरसात

तेरे नयनों की बरसात तेरे नयनों की बरसातसावन भादो की है जैसे सौगातमैने रखी है जतन कर अपने पासतेरे नयनों की बरसात …विरह बिछोह बड़ी लंबी है आईआ जाओ तुम की ह्दय प्राण से मैने पूकार है लगाईयाद करे मन मेरा तुम्हे दिन-राततेरे नयनों की बरसात ….सावन भादो की है जैसे सौगातमैने रखी है जतन…

महॅंगी हुई तरकारी

महॅंगी हुई तरकारी

महॅंगी हुई तरकारी आज बेहद-महॅंगी हो गई है देशों में ये तरकारी,क्या बनाएं, क्या खाएं सोच रही घरों की नारी‌।छू रहा दाम आसमान इन तरकारियों का सारी,बढ़ रही है मुसीबतें आम आदमी और हमारी।। कभी सोचूं ये शिकायत करुं मैं किससे तुम्हारी,आलू-प्याज़ ख़रीदना भी आज हो रहा दुश्वारी।ग़रीब अमीर जिसे रोज़ खाते आज़ दे रहें…

अजब दोस्ती के गजब चर्चे

अजब दोस्ती के गजब चर्चे

अजब दोस्ती के गजब चर्चे मुकद्दर से मिली छाह दोस्ती की lजिंदगी से बुलंद राह दोस्ती की ll मौत से भी छीन कर लाएँगे lदोस्त की दोस्ती सभ में जगाएँगे ll वफ़ा और दोस्ती का कोई मोल नहीं lजब पता चला तो ओ मेरे पास नहीं ll फिर से खड़ी हुई दुनिया मेरी lपहला दर्पण…

Ghar Ghar Deep jale Diwali

आओ हम सब दीप जलाएं

आओ हम सब दीप जलाएं आओ हम सब दीप जलाएं पहला घट में दूजा घर में ।अंधकार किसी तरह की रह ना पाए सभी नारी-नर में।। लक्ष्मी गणेश वंदना से पहले सुकर्मों को आत्मसात करें,उनका आचरण प्रदर्शित हो कुछ तो हम सबके कर में । राम से पहले लक्ष्मण,भरत,शत्रुघ्न, हनुमान बनें हम ,तब भवसागर पार…

दीपक वोहरा की कविताएं

दीपक वोहरा की कविताएं | Deepak Vohra Poetry

कुछ देर ही की तो बात है कुछ देर ही की तो बात हैसाथ चल सको तो चलोन जाने फिर कब कहां मिलना होगर साथ चल सको तो चलोतुम्हारी मंजिल इधर हैमेरी मंजिल भी बस थोड़ी उधर हैगर साथ चल सको तो चलोकुछ देर ही की तो बात हैकुछ पल मेरे साथ जी सको तो…

उनके होंठों पे थी हंसी कल शब

उनके होंठों पे थी हंसी कल शब

उनके होंठों पे थी हंसी कल शब उनके होंठों पे थी हंसी कल शब।रोशनी सी थी तीरगी कल शब। चांद उतरा था अपने आंगन में।हम पे बरसी थी चांदनी कल शब। कुछ क़दम भी हमारे बहके थे।कुछ हवा भी थी मधभरी कल शब। जो भी कहना था कह दिया उनसे।आ गई काम मयकशी कल शब।…

छठ पूजा के गीतों की मधुरिमा

छठ पूजा के गीतों की मधुरिमा

छठ पूजा के गीतों की मधुरिमा से यूट्यूब चैनल भक्तिमय हो गया है, नये और पुराने गायक/गायिकाएं वातावरण को रस से भर दिए हैं। क्या गांव क्या शहर सभी ओर गीत ही गीत गूंज रहे हैं। शारदा सिन्हा जी को तो भुलाया ही नहीं जा सकता तो भरत शर्मा को बिना सुने रहा भी नहीं…

तुम साधना हो

तुम साधना हो

तुम साधना हो तुम ईश्वर की अनुपम संचेतना होरचित ह्दय प्रेम की गूढ़ संवेदना होक्या कहा जाए अद्भुत सौन्दर्य वालीतुम सृष्टि की साकार हुई साधना हो । घुँघराले केश, मृगनयनी, तेज मस्तकअंग सब सुअंग लगें यौवन दे दस्तक।ठुड्डी और कनपटी बीच चमके कपोलकवि सहज अनुभूति की तुम पालना हो । तुझसे जुड़कर कान की बाली…