तूफान उठाया है

तूफान उठाया है

तूफान उठाया है इस दिल के समुंदर में तूफान उठाया हैमासूम निगाहों ने जब तीर चलाया है वो दिल के दरीचों से नज़दीक लगा इतनाइक पल में उसे हमने हमराज़ बनाया है ताउम्र रहे रौशन दहलीज़ तेरे घर कीयह दीप मुहब्बत का यूँ हमने जलाया है तुमने जो किया दिल को उम्मीद से वाबस्ताइक ताजमहल…

बच्चे देश का भविष्य

बच्चे देश का भविष्य

बच्चे देश का भविष्य हे बच्चे मन के सच्चे सारी जग की आंखों के तारे बच्चे आने वाले कल का सुंदर भविष्य है बच्चे ही नव भारत का निर्माण करेंगे बच्चों को ना मंदिर मस्जिद में उलझाऐगे धर्मनिरपेक्षता का ज्ञान कराओ मिलजुलकर त्यौहार मनाए शिक्षा को आधार बनाकर नवनिर्माण कराएं यही तो अंबेडकर, गांधी ,अब्दुल…

मेरा गांव

मेरा गांव | Mera Gaon

मेरा गांव ( Mera Gaon ) सबका दुलारा मेरा गांव ।सबका प्यारा मेरा गांव ।थका हारा जब भी आऊं ।मुझको सहारा देता गांव । कितने ही देखे इसने बसंत ।ना था जिनका कोई अंत ।सबकी पीड़ा छुपाए सीने में ।सब पे प्यार लुटाता मेरा गांव । पीपल बरगद पहचान है इसकी ।कुआं बावड़ी सब जान…

यूं ही रखना सदा ख़याल अपना।

यूं ही रखना सदा ख़याल अपना।

यूं ही रखना सदा ख़याल अपना। दूर जाकर भी ख़ुश जमाल अपना।यूं ही रखना सदा ख़याल अपना। जो भी है आपका ही है वल्लाह।हम को कुछ भी नहीं मलाल अपना। कुछ तो बतलाओ ऐ तबीब-ए-दिल।ह़ाल कैसे हो अब बह़ाल अपना। कौन देखेगा माहो-अन्जुम को।छत पे आ जाए गर हिलाल अपना। ह़ालत-ए-ह़ाल भूल जाओगे।हम दिखा दें…

बड़ी उम्मीद से माँ ने हमारी पाला है

बड़ी उम्मीद से माँ ने हमारी पाला है

बड़ी उम्मीद से माँ ने हमारी पाला है बड़ी उम्मीद से माँ ने हमारी पाला हैखिलाया उसने बड़े प्यार से निवाला है झुकाया शीश है हमने उसी के चरणों मेंहमारे वास्ते अब भी वही शिवाला है जहाँ जहाँ भी बिखरने की आई थी नौबतदुआ ने माँ की हमेशा मुझे सँभाला है किसी के हुस्नो-तबस्सुम का…

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में विश्व उर्दू दिवस का आयोजन

कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय में विश्व उर्दू दिवस का आयोजन, अल्लामा इक़बाल की जयंती पर गूंजा गंगा-जमुनी तहजीब का संदेश

आज कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के भाषा एवं कला संकाय के अन्तर्गत चल रहे उर्दू विभाग ने विश्व उर्दू दिवस का आयोजन किया यह दिवस अल्लामा इक़बाल की जयंती पर मनाया जाता है कार्यक्रम का मंच संचालन उर्दू विभाग के शिक्षक मनजीत सिंह ने किया। गंगा जमुना तहजीब की पहचान है उर्दू भाषा पर वक्तव्य हुआ। इस…

क्यूं है

क्यूं है | Kyon Hai

क्यूं है ( Kyon Hai ) जिस शख़्स से गिला है उससे ही प्यार क्यूं हैमुझको उसी बशर का अब इंतज़ार क्यूं है उसके बगैर सूनी लगती है दुनिया मुझकोहोता उसी से मेरा दिल खुशगवार क्यूं है जिसने कभी तो कोई वादा नहीं निभायानादान दिल को उस पर फिर ऐतबार क्यूं है खोयी रहूं सदा…

बाल प्रज्ञान

बाल प्रज्ञान : बालमन का सुन्दर विश्लेषण

सन् 1989 में हरियाणा में जन्मे डॉ. सत्यवान सौरभ बालसाहित्य के एक सुपरिचित हस्ताक्षर हैं। साहित्यकार, पत्रकार और अनुवादक डॉ. सत्यवान सौरभ ने बच्चों के साथ ही बड़ों के लिए भी विपुल साहित्य सर्जन किया है। बाल कविता की पुस्तकों के साथ ही प्रौढ़ साहित्य में दोहा, कथा, कविता, अनुवाद, रूपान्तर, सम्पादन की कई कृतियों…

Pehchan Hindi Story

पहचान | Pehchan Hindi Story

आज मेरा पहला उपन्यास छप कर आया है , इसे मैंने पापा को समर्पित किया है , जो हूँ आज उन्हीं की वजह से हूँ। यूँ तो कुछ साल पहले तक मैं उनसे नफरत करता था , उन्हें पापा भी नहीं कहता था , कोशिश करता था कि उनसे बात ही न करनी पड़े ,…

शालिग्राम तुलसी कहलाई हूॅ

शालिग्राम तुलसी कहलाई हूॅ

शालिग्राम तुलसी कहलाई हूॅ विष्णु की अनुयायी हूँ,मैं वृन्दा तुलसी माई हूँ।टेक वरों की माता हूँ,भाग्य विधाता हूँ।सुख की दाता हूँ,मैं रज रक्षक सबकी,भाग्य भव दाता हूँ ।हर भवन में आई हूँ,विष्णु की अनुयायी हूँमैं वृन्दा तुलसी माई हूँ।।1। दैत्य कुल में जन्मी,हरि कीर्तन की धुनी,त्रिभुवन बंदन में रमी,पतितों की हूँ तारिणी।सत्य सतीत्व को पहनीलक्ष्मी…