कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें
कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें न यूं बेरुख़ी तू ज़नाब दें किसी की लगेगी बुरी नज़र सनम चेहरे को तू हिजाब दें न कर तू मुझे अजनबी मगर सनम प्यार का तू गुलाब दें वफ़ा में दिये है मुझे तूने ग़मों…
कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें कोई तो ख़त का तू ज़वाब दें न यूं बेरुख़ी तू ज़नाब दें किसी की लगेगी बुरी नज़र सनम चेहरे को तू हिजाब दें न कर तू मुझे अजनबी मगर सनम प्यार का तू गुलाब दें वफ़ा में दिये है मुझे तूने ग़मों…
जस्टिस फॉर गुलनाज ****** #justice_for_Gulnaz चाहे सरकारें बदलती रहें राज जंगलवाली ही रहे ऐसे में हम कहें तो क्या कहें? जब प्रशासन ही अपना चेहरा उजागर करे! कौन जीये/मरे फर्क जरा नहीं पड़े सिस्टम हैं सड़े आम आदमी है डरे अपराधी मजे ले अफसर चलें सियासी चाल सरकारों की रखें भरपूर ख्याल होते मालामाल ठोकते…
हमसे पूछो न कि हुआ क्या है हमसे पूछो न कि हुआ क्या है, दर्दे दिल की मेरे दवा क्या है।। तंग जेबों में ढूंढ़ने वालों, तुमको मालूम है कहां क्या है।। आज ही शुक्रिया कहूं उसका, कल की सांसों का भरोसा क्या है।। घोंटकर मेरी ख्वाहिशों का गला, पूछता है मेरी रजा़ क्या…
होना है जो होकर रहता होना है जो होकर रहता। सारा अनुभव ही ये कहता।। आज नहीं तो कल मिलना है। फल कर्मों का मिल के रहता।। बदनामी से बचकर रहना। नेक- बशर की जग में महता।। आखिर उसके दिन बदले है। तकलीफें जो हँस कर सहता।। हरपल सबको…
वादियों में गुलाब ढूंढ़ू मैं ( Wadiyon mein gulab dhoondu main ) वादियों में गुलाब ढूंढ़ू मैं ! वो हंसी सा शबाब ढूंढ़ू मैं भूलने को यादें किसी की जो हर गली में शराब ढूंढ़ू मैं दें वफ़ा जो सदा मुहब्बत में कोई ऐसा ज़नाब ढूंढ़ू मैं दें हंसी जो…
अस्तित्व की लड़ाई ( Astitva ki ladai ) ***** सूखी टहनियों सा मैं हो गया हूं नाज़ुक हल्का और कमजोर ज्यादा ना लगाओ तुम मुझ पर अपना ज़ोर टूट जाऊंगा बन तिनका बिखर जाऊंगा तेरे किसी काम अब न आ पाऊंगा सिवाए जलावन के ले आओ माचिस और मटिया तेल खत्म कर दो सारा यह…
जिन्दगी ही जब मुतलक हो जाये ( Zindagi hi jab mutlak ho jaaye ) जिन्दगी ही जब मुतलक हो जाये खुद को कोई तब कैसे बचाये की कह देते थे जिन्हें हर बात वही आँख चुराये तो किसको बताये यूं काट लेते है कई, तन्हा जिन्दगी कहाँ जाये गर अपनी परछाई…
वो दुश्मन वाली बात न कर ( Wo dushman wali baat na kar ) वो दुश्मन वाली बात न कर। तू छुप-छुपके यूं घात न कर।। नफ़रत दूर हटा सब दिल से। जँग जैसे हालात न कर।। टूटा – फूटा दिल है मेरा। तू भी इस पर आघात न कर।। …