भ्रष्टाचार और दुराचार

भ्रष्टाचार और दुराचार | Poem on corruption in Hindi

भ्रष्टाचार और दुराचार ( Bhrashtachar aur durachar )   कष्ट भरी जिंदगी में केवल भरा भ्रष्टाचार हैं भ्रष्टाचारी लोगो के सामने आज भगवान भी लाचार है   किसी के  मन में अब न स्नेह औरप्यार हैं और न किसी के ह्दय में नाहि सतगुण वाला सदाचार है   लेकिन दुनिया को कहाँ पता प्रेम और…

मुहब्बत बस हमारे गांव में

मुहब्बत बस हमारे गांव में | Ghazal

मुहब्बत बस हमारे गांव में ( Muhabbat bas hamare gaon mein )     बारिशों के है इशारे गांव में देखो  टूटे है किनारे गांव में   वरना देखी है नगर में नफ़रतें है मुहब्बत बस हमारे गांव में   जो किसी भी शहर होते नहीं वो हसीं देखें नजारे गांव में   देखने को…

अलविदा राहत साहब

अलविदा राहत साहब

उर्दू के मशहूर कवि और बॉलीवुड के गीतकार राहत इंदौरी अब हमारे बीच नही रहे। राहत इंदौरी का मंगलवार की शाम को दिल का दौरा पड़ने से इंतकाल हो गया है, और यह भी बताया जा रहा है कि उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी। उनकी उम्र 70 साल की थी। राहत इंदौरी इंदौर…

लड़की हूँ तो क्या हुआ

लड़की हूँ तो क्या हुआ | Ladki hun to kya hua | Kavita

लड़की हूँ तो क्या हुआ ( Ladki hun to kya hua )     दुनिया में पीड़ा बहूत है कब तक तु अपने दुखों को गाएगी इस मतलब भरी दुनिया में क्या तु अपने लिए सहारा ढूँढ पाएगी   अकेली निकल उजाले की खोज में अंधकार भी पीछे छूट जाएगा। और जहाँ तक बात रही…

जब किसी से वफ़ा नहीं मिलती

जब किसी से वफ़ा नहीं मिलती | Wafa shayari

जब किसी से वफ़ा नहीं मिलती ( Jab kisi se wafa nahi milti )   जब किसी से वफ़ा नहीं मिलती ! टूटे दिल में सदा नहीं मिलती   डूब जाता है दिल गमों में फ़िर इश्क़ की जब दवा नहीं मिलती   हर कोई खाया है  किसी में ही यादें दिल से जुदा नहीं…

चीनी यात्री ह्वेनसांग

कभी चीनी यात्री ह्वेनसांग भारत की संस्कृति से हुआ था बहुत प्रभावित | Yatra vritant

बात हजारों साल पहले की है। कहा जाता है कि चीनी यात्री ह्वेनसांग जब भारत आया था तब वह भारत की संस्कृति से बहुत प्रभावित हुआ था। इसलिए भारत और चीन के संबंधों पर जब भी कभी चर्चा होती है तब ह्वेनसांग की भारत यात्रा का जिक्र होता है। बता दें कि चीनी यात्री ह्वेनसांग…

ख़ामोश लब

ख़ामोश लब | Ghazal khamosh lab

ख़ामोश लब ( Khamosh lab )     हर घड़ी अच्छी नहीं ख़ामोश लब कुछ बोलो मत रहो ख़ामोश लब   प्यार से आवाज़ देते हम रहे और वो बैठे रहे ख़ामोश लब   जख़्म ऐसा कल वफ़ा में ही मिला ग़म दिल में ही हो गये ख़ामोश लब   क्या सुनाऊँ शाइरी मैं दोस्तों…

स्वर्ग में कोरोना

स्वर्ग में कोरोना | Kahani

स्वर्ग में कोरोना  ★■★ ब्रह्मलोक में दरबार सजा हुआ है। ब्रह्मा जी की अध्यक्षता में देवराज इंद्र, रुद्र, गणेश जी, कार्तिकेय, समस्त लोकों से आये देवगण जिसमे गन्धर्व, यक्ष, पितृ आदि वर्ग के देवता उपस्थित हैं। ब्रह्मा जी के समीप लेखाकार चित्रगुप्त जी बही खाते सम्भाले गद्दी पर विराजमान हैं। सभा मे पृथ्वी सहित अन्य…

पास है अब तू नहीं

पास है अब तू नहीं | Paas hai ab too nahin | Ghazal

पास है अब तू नहीं ( Paas hai ab too nahin )   जिंदगी में प्यार की खुशबू नहीं! इसलिए की पास है अब तू नहीं   कर लिया है सब्र उसका मैंनें ही अब तो यूं आते मगर आंसू नहीं   ढूंढ़ती उसको रही आंखें मेरी वो नजर आया मुझे हर सू नहीं  …

राष्ट्रगान लिखने वाले रविंद्र नाथ टैगोर

रविंद्र नाथ टैगोर पर निबंध | Essay in Hindi on Rabindranath Tagore

रविंद्र नाथ टैगोर पर निबंध ( Essay in Hindi on Rabindranath Tagore )   भूमिका (Introduction) :– रविंद्र नाथ टैगोर को गुरुदेव रवींद्रनाथ ठाकुर के नाम से भी जाना जाता है। पूरी दुनिया में रविंद्र नाथ टैगोर एक कवि, साहित्यकार, दार्शनिक और भारत के लिए  साहित्य का पहला नोबेल पुरस्कार जीतने वाले विजेता के रूप में…