बे-अंदाजा हद से गुज़रे तो

बे-अंदाजा हद से गुज़रे तो | Ghazal by Nepali Urdu Shayar

बे-अंदाजा हद से गुज़रे तो ( Be andaaja had se guzre to )   बे-अंदाजा हद से गुज़रे तो दर्दो के दवा पाया दवा कुछ ऐसा पाया की दर्द ही बे-दवा पाया   इश्क़ ने क़रार-ए-ज़ीस्त का खबर क्या पाया उम्र भर की तपिश तृष्णागि ने एक आहा पाया   असर दुवाओ में है, हमने…

रोबोट 3 (अग्नि चक्र )

रोबोट 3 (अग्नि चक्र ) | Film script

रोबोट 3 (अग्नि चक्र ) हंसता – खेलता एक शहर , कोई मंदिर , कोई मस्जिद , कोई खेल रहा है , कोई चाय दुकान, कोई मिठाई दुकान मे ब्यस्त बच्चों की अठखेलियों के बीच दशहरे की पान मिठाई की मिठाश के साथ चलती रामलीला , और रामण दहन के बाद सारे शहर की लाइट…

सोनू-सूद

सोनू-सूद | Sonu Sood par kavita

“️️सोनू-सूद” ( Sonu Sood )    जन-जन से उसका रिस्ता है, इंसान नहीं वो”फरिस्ता”है || 1. एक द्रश्य देख दिल दहल उठा, उन बेसहाय् परिवारों का | जो निकल पड़े भूँखे प्यासे सब, पैदल ही उन लाचारों का | दिल कांप उठा आँखे बरसीं, फिर टीम बनाई यारों की | बन मसीहा आया सोनू सूद,…

तेरी याद में जिया ही नहीं

तेरी याद में जिया ही नहीं | Teri yaad mein | Ghazal

तेरी याद में जिया ही नहीं ( Teri yaad mein jiya hi nahin )   कैसे जीते हैं सब ? मैं तो तेरी याद में जिया ही नहीं सांसो की हर तार ने, सिवा तेरे नाम किसी का लिया ही नहीं   कपकपाती हाथों में थमा गया जाम महफिल में कोई छलक गया होंठो तक जाते…

मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो

मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो | Ghazal tum ek haqeeqat ho

मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो ( Mere zindagi ka tum ek haqeeqat ho )     मेरे ज़िन्दगी का तुम एक हक़ीक़त हो उम्र भर की मेरी, तुम तमाम दौलत हो   यह सिलसिला यहीं ख़त्म होने वाला है तुम मेरी पेहली और आंखरी मुहब्बत हो   तुझे चाहा है मैंने हर दम…

दीपावली

दीपावली | Deepawali kavita

दीपावली ( Deepawali )     आ गई दीवाली, आ गई दीवाली ……|| 1.नव रात्र गये गया दशहरा, लो आ गई दीवाली | साल में सबसे हिन्दुस्तानी, त्यौहार बड़ा दीवाली | करो सफाई सारे घर की, है थोड़े दिन में दीवाली | रंग भर दो दीवारों में, रंगमय हो जाये दीवाली | आ गई दीवाली,…

यूँ मजबूर ना कर

यूँ मजबूर ना कर | Yoon majboor na kar | Ghazal

मेरे हाथ को यूँ मजबूर ना कर ( Mere hath ko yoon majboor na kar )   मेरे हाथ को यूँ मजबूर ना कर कोई तस्बीर बनाने के लिए ता-उम्र साथ निभाने की वादा ना कर अभी छोड़ जाने के लिए   मेरे कमरों में तुम्हारी तस्बीर और धुवां ही धुवां है कुछ तो दिल…

दुःख होता है

दुःख होता है | Dukh hota hai

दुःख होता है ( Dukh hota hai )     तेरे हंसने पर मैं भी हँसने लगता हूँ तेरे दुःख से मुझे भी दुःख होता है तेरे दुःखी होने पर भी मुझे दुःख होता है तेरे रोने पर मुझे भी रोना आता है।   पर, मैं तेरे साथ रो नहीं पाता हूँ…. इसका ग़म मुझे…

मुहब्बत है यह

आदत नहीं है मेरे दोस्तों | Ghazal aadat nahi hai

आदत नहीं है मेरे दोस्तों, मुहब्बत है यह (  Aadat nahi hai mere dosto muhabbat hai yah )   एक अनोखा रिश्ता शब् से बदलती कहाँ है पत्थर है तो दरिया में से उभरती कहाँ है   आदत नहीं है मेरे दोस्तों, मुहब्बत है यह मेरे चाहने भर से  यह छूटती कहाँ है   जान…

मुंशी प्रेमचंद जयंती विशेष

मुंशी प्रेमचंद जयंती विशेष

आज ही के दिन 31 जुलाई 1880 को कथा सम्राट धनपत राय श्रीवास्तव अर्थात मुंशी प्रेमचंद जी का जन्म हुआ था।अपनी सरलता,मौलिकता से मन मोह लेने वाली कहानियों, उपन्यासों के रूप में मुंशी प्रेमचंद जी आज भी लोगों के दिलों में जीवित हैं। यूँ तो उनकी बहुत सी कहानियों, उपन्यासों ने मेरा मन मोहा है…