Poem tera intezaar
Poem tera intezaar

तेरा इंतज़ार

( Tera intezaar )

 

आ गया मधुमास सुहाना, चलने लगी बयार।
मोती बरसे प्रेम के, उमड़ रही रसधार।
आ जाओ प्रियतम प्यारे, कुदरत ने किया श्रंगार।
हमें तेरा इंतजार, हमें तेरा इंतजार।

 

दमक उठा मन का कोना, हृदय उमड़ता प्यार।
फागुन का महीना आया, प्रीत भरा इजहार।
होली के रंगों में छाया, दिलों का यह संसार।
हमें तेरा इंतजार, हमें तेरा इंतजार।

 

खिल गई मन की कलियां, महका चमन सारा।
प्यार के तराने उमड़े, दिल का बजे इकतारा।
गीत मीठे मीठे प्यारे, छेड़ो वीणा की झंकार।
हमें तेरा इंतजार, हमें तेरा इंतजार।

 

लहराई सरसों पीली, महका मधुमास भी।
चांद सा मुखड़ा दमका, आया मौसम खास भी।
खुशियों के गीत गाए, आओ जोड़े दिलों के तार।
हमें तेरा इंतजार, हमें तेरा इंतजार।

 

   ?

कवि : रमाकांत सोनी

नवलगढ़ जिला झुंझुनू

( राजस्थान )

यह भी पढ़ें :-

साथी हाथ बढ़ाना | Geet sathi haath badhana

 

LEAVE A REPLY

Please enter your comment!
Please enter your name here