वह राम कहां से लाऊं मैं | राम पर कविता
वह राम कहां से लाऊं मैं

घंटाघर की चार घड़ी ( Ghanta ghar ki char ghadi ) घंटाघर की चार घड़ी, चारो में जंजीर पड़ी। जब वो घंटा बजता था, रेल का बाबू हंसता था।। हंसता था वो बेधड़क, आगे देखो नई सड़क। नई सड़क मे बोया बाजरा, आगे देखो दिल्ली शाहदरा।। दिल्ली शाहदरा में लग गई आग,…
कहने को नया साल है कहने को नया साल है, मेरा तो वही हाल है। वही दिन महीने वही खाने-पीने वही मरना जीना जिंदगी का जहर पीना वही जी का जंजाल है .. कहने को नया साल है.. वही मन में सपने जो पूरे नहीं अपने जिसके लिए मन प्यासा हर साल नयी आशा…
दिल की महफिल सजाए बैठे हैं ( Dil ki mehfil sajaye baithe hain ) भरी बरसात में आके आज हम नहाए बैठे हैं दिलवाले दिल की ये महफिल सजाए बैठे हैं सुना दो गीत प्यारा सा तराना छेड़ो मनभावन मोती प्यार के बरसे आया उमड़ घुमड़ सावन वादियां महक गई सारी चमन महकाये…
कृत्रिम बुद्धिमत्ता ( Kritrim buddhimatta ) जानें कृत्रिम बुद्धिमता का यथार्थ वर्तमान विज्ञान प्रगति प्रयास, मनुज दिव्यता प्रतिस्थापन । यंत्रवत परिवर्तन उपमा, तीव्रता शुद्धता कार्य संपादन । लघु काल लाभ आधिक्य, सकारात्मक प्रयोग मानव हितार्थ । जानें कृत्रिम बुद्धिमता का यथार्थ ।। जॉन मैकार्थी प्रतिपादक , उन्नीस सौ छप्पन अमेरिका । स्वदेश प्रणेता राज रेड्डी,…
नंदवन के घर आनंद लाल दयावान ही चक्रधारी है ,मुरलीवाला ही चमत्कारी है lराधा – कृष्ण – रुक्मणि है ,तरल लीला , कृष्ण लीला lसखी राधा तो सखा सुदामा l मुरली अगर सुरों की लीला ,तो मेघ सजे वर्षा की लीला lउँगली बनी गोवर्धन लीला ,कद्रू पुत्र यमुना कुंड लीला lआलम, मीरा, सुर में भी…
हाय रे टमाटर ( Hi re tamatar ) हाय रे टमाटर तेरा कैसा कमाल पूछ रहा हर कोई आज तेरा हाल…। आलू का साथ छोड़ा बैगन का दिल तोड़ा कोहड़ा से बंद हुई तेरी बोल-चाल… हाय रे टमाटर ०… परवल को पीछे छोड़ा गोभी से नाता तोड़ा अदरक को लेकर तू करे खूब बवाल…….