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शिक्षकवृंद | Shikshak Vrind
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शिक्षकवृंद ( Shikshak Vrind ) जीवन पथ मूर्धन्य बना ,शिक्षकवृंद श्री चरण स्पर्श से तन मन सज संवर , अनुपम मंगल पावन । सतत ज्ञान ओज वृष्टि, दृष्टि हरित सावन । उर पटल प्रफुल्लित, सदा अनूप पुनीत दर्श से । जीवन पथ मूर्धन्य बना, शिक्षकवृंद श्री चरण स्पर्श से ।। निर्मित अभिप्रेरणा आरेख ,…
जन्मदिन की बधाईयाॅं जननायक | Chief Minister Ashok Gehlot
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जन्मदिन की बधाईयाॅं जननायक ( Janmdin ki badhaiyan jananayak ) जन्म-दिन की बधाईयाॅं जननायक राजस्थान, समाज सेवा में सक्रिय रहकर बनाई पहचान। इस लोकसभा के युवा सांसद रहें कभी आप, राजनिति रास्तें में आये आपके ढ़ेर व्यवधान।। विद्यार्थी समय से रूचि थी आपमे ये भरमार, स्काउट एवं एनसीसी से सीखें प्यार व्यवहार। सादगी के…
अपने ही घर में बेगाने लगते हैं | Kavita Apne hi Ghar mein
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अपने ही घर में बेगाने लगते हैं ( Apne hi ghar mein begane lagte hain ) मान मर्यादा इज्जत पाने में जाने कितने जमाने लगते हैं। कैसी करवट ली वक्त ने अपने ही घर में बेगाने लगते हैं। जान छिड़कने वाले ही हमको जानी दुश्मन लगते हैं। मधुर मधुर मुस्कान बिखेरे भीतर काले मन…
बस थोड़ा सा प्यार चाहिए | Bas Thoda sa Pyar Chahiye
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बस थोड़ा सा प्यार चाहिए ( Bas Thoda sa Pyar Chahiye ) बस थोड़ा सा प्यार चाहिए। जीने का ही आधार चाहिए। बहती रहे अनुरागी सरिता। प्रीत फुहार रसधार चाहिए। मधुरम बहती बहार चाहिए। खुशियों की भरमार चाहिए। दिल तक दस्तक दे जाए वो। हमको ऐसा दिलदार चाहिए। भाव जड़ित हमें हार चाहिए। सुरभित भीनी…
75 वां गणतंत्र दिवस | 75th Republic Day
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75 वां गणतंत्र दिवस गणतंत्र दिवस की वैला पर आत्मा का “प्रदीप” जला ले ।।ध्रुव॥ गणतंत्र दिवस पर्व पर मन का भार मिटा ले । सदा सहजता से जीकर जीने का सार निकाल ले । हम स्वयं अपने भाग्य विधाता सुख दुःख के निर्माता । हम अपने त्राणों से हमारी स्वयं की शरण के…
ऐ अँधेरे | Ai andhere kavita
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ऐ अँधेरे ( Ai Andhere ) ऐ अँधेरे तूने मुझे बहुत रुलाया है समेट कर सारी रोशनी मुझे सताया है तुझ से दूर जाने के किये बहुत यतन जाने क्यूं मेरी जिन्दगी को बसेरा बनाया है ऐ अँधेरे तूने वाकयी बहुत रुलाया है समेट कर सारी रोशनी मुझे सताया है कौन सी धुन मे…