Samvidhan divas par kavita
Samvidhan divas par kavita

संविधान दिवस

( Samvidhan divas ) 

( 2 )

 

प्रेरणा पुंज आभा में, हिंद धरा अभिजागर

यथार्थ स्वतंत्रता परम प्रहरी,
हर नागरिक हित रक्षक ।
शासन प्रशासन उत्तम सेवा,
अंकुश राष्ट्र संसाधन भक्षक ।
लिखित प्रथम वैश्विक पटल,
सांविधिक समाहर्ता महासागर ।
प्रेरणा पुंज आभा में, हिंद धरा अभिजागर ।।

अनूप प्रयास अंबेडकर,
सर्व वर्ग हितार्थ अहम काज ।
प्रावधान अधिकार कर्तव्य संग,
नीति निर्देशक तत्व सरताज ।
दो वर्ष ग्यारह मास अठारह दिन,
अनुपम अवधि सृजन आदर ।
प्रेरणा पुंज आभा में, हिंद धरा अभिजागर ।।

वर्तमान चार सौ सत्तर अनुच्छेद,
बारह अनुसूचियां पच्चीस भाग छवि ।
अनुपालन नैतिक धर्म हर नागरिक,
समता समानता नारी वंदन ओज रवि ।
सर्व धर्म समभाव अंतर चेतना,
बन प्रगति उन्नति उल्लास चादर ।
प्रेरणा पुंज आभा में, हिंद धरा अभिजागर ।।

सांविधिक मूल्य सदा शीर्ष,
निष्पक्ष निर्भीक परिवेश निर्माण ।
अभिरक्षा लोकतंत्र आस्था विश्वास,
गणतंत्र साधना पथ निर्वाण ।
अति आह्लाद प्रसरण कारक,
स्नेह प्रेम भाईचारा दिव्य गागर ।
प्रेरणा पुंज आभा में, हिंद धरा अभिजागर ।।

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

 

( 1 )

सबसे बड़ा लिखित संविधान संसार में भारत का है,
सरकार व नागरिकों में जो संबंध स्थापित करता है।
कठोरता एवं लचीलेपन का यह अनूठा उदाहरण है,
संपूर्ण देश की शासन व्यवस्थाएं नियंत्रित करता है।।

 

अमेरिका के संविधान समान भारत का संविधान है,
कही लिखित है कही अलिखित पर देश चलाता है।
सब देशों में सर्वोत्तम कानून ये संविधान ही होता है,
इसी से सभी देशों की ये शासन व्यवस्था चलता है।।

 

सब देशों के संविधान की अलग-अलग विशेषता है,
जिनमें जाति धर्म वंश लिंग भेद-भाव नही रहता है।
सार्वभौम वयस्क मताधिकार की जिनमे व्यवस्था है,
जो सभी नागरिकों के लिए राजनैतिक समानता है।।

 

संविधान सभा का निर्माण ड्राफ्टिंग कमेटी करता है,
संशोधित लिस्ट देखें तो भारत पहले नंबर आता है।
जिसमें ४६५ अनुच्छेद, २५ भाग, १२ अनुसूचियां है,
डॉ अंबेडकर जी को जिसका जनक माना जाता है।।

 

जो २६ नवंबर १९४९ को यह बनकर तैयार हुआ है,
लिखनें में जिसको दो वर्ष ११ माह १८ दिन लगे है।
जिसके बाद ये २६ जनवरी १९५० को लागू हुआ है,
मौलिक सिद्धांतों के खातिर बाबा कई रातें जागे है।।

 

 

रचनाकार : गणपत लाल उदय
अजमेर ( राजस्थान )

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