श्रीमद्भागवत कथा

( Shrimad Bhagwat Katha ) 

( 3 ) 

भागवत कथा आह्लाद, झाझड़ के उत्संग में
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शेखावाटी अवस्थित झाझड ग्राम,
सप्त दिवसीय भागवत कथा आयोजन।
श्री मोहिनी सती माता मंदिर ट्रस्ट सौजन्य,
सर्व सुख समृद्धि वैभव शांति प्रयोजन ।
मृदुल स्वर श्री कमल नयन जी महाराज,
भक्त वत्सल प्रभा जनमानस तरंग में।
भागवत कथा आह्लाद झाझड़के उत्संग में ।।

परसरामपुरिया परिवार अनूप भागिता,
नित कोटि कोटि सह्रदय वंदनीय ।
सुप्रबंधन कथा संचालन गतिविधियां,
सेवा आदर भाव अनंत प्रशंसनीय ।
कथा वाचक समूह प्रेरणा पुंज,
संगीतमय प्रस्तुति कथा प्रसंग में ।
भागवत कथा आह्लाद,झाझड़ के उत्संग में ।।

ग्राम्य परिवेश पावनता उन्मुख,
सर्व अंतःकरण परिवर्तन पथ ।
आत्मसात श्रीमद्भागवत शिक्षा,
नैतिक सात्विक जीवन शपथ।
अवबोध झलक अभिव्यंजना,
दिशा भ्रमित अबोध लोकरंग में ।
भागवत कथा आह्लाद,झाझड़ के उत्संग में ।।

उत्सविक आभा रज रज अंतर,
सर्वत्र शुभ पावन अमिय धार ।
शीर्ष झलक धर्म आस्था संस्कृति,
कान्हा स्तुति महिमा अपरंपार ।
अथाह मंगल आनंद वृष्टि,
शुभता सरित प्रवाह कथा रंग में ।
भागवत कथा आह्लाद,झाझड़ के उत्संग में ।।

 

( 2 ) 

आनंद का सरित प्रवाह, श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से
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दिव्य भव्य ग्रंथ श्रीमद्भागवत,
उपमा श्री कृष्ण साहित्यिक अवतार ।
कथा श्रवण मनुज परम सौभाग्य,
प्रतिपल खुशियां प्रदायक अपार ।
चिंतन मनन दृष्टिकोण परिवर्तन,
दूरियां दिशा भ्रमित भ्रमण से ।
आनंद का सरित प्रवाह, श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से ।।

सहज सुगम सरस माध्यम,
भगवत प्राप्ति पथ प्रशस्त ।
कायाकल्पी यथार्थ ज्ञान,
दुःख कष्ट पीड़ा भाव अस्त ।
शब्द भाव आभा प्रेरणा पुंज,
सद्य फल आत्मसात अंतःकरण से ।
आनंद का सरित प्रवाह, श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से ।।

प्रस्थान काल श्री कृष्ण कन्हाई,
ज्योत बन रमन अंतर भागवत ।
शोभित अनूप ज्ञान गंग लहर,
शीर्ष सेतु आलिंगन शास्वत ।
सकारात्मक सोच जीवन पटल,
आशा उमंग उत्साह संचरण से ।
आनंद का सरित प्रवाह,श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से

अद्भुत अनुभव बुद्धि स्वतंत्रता,
पुनर्जन्म सम आह्लाद अवसर ।
अनन्य पुण्य प्राप्ति संजोग,
पुरुषार्थ वंदन प्रभाव असर ।
व्यास जी सुत शुकदेव मुखारबिंद,
राजा परीक्षित अधिगम स्कंद क्रमण से ।
आनंद का सरित प्रवाह, श्रीमद्भागवत कथा श्रवण से ।।

( 1 )

श्रीमद्भागवत कथा, संपूर्ण वेदों का सार
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हिंदू धर्म अनुपमा अद्भुत,
जीवन यथार्थ परम बोध ।
पथ प्रशस्त नैतिक जीवन,
कर्म दिशा दशा चरम शोध ।
अठारह पुराण दिव्य प्रभा,
ज्ञान प्रज्ञान स्वप्न साकार ।
श्रीमद्भागवत कथा, संपूर्ण वेदों का सार ।।

महापुराण उपमा श्रीमद्भागवत,
श्री कृष्ण भक्ति अप्रतिम ग्रंथ ।
अथाह रास रस भाव प्रवाह,
आध्यात्म ओज प्रभाव मंथ ।
ज्ञान वैराग्य भक्ति महानता,
हर्ष उमंग जन चेतना आधार ।
श्रीमद्भागवत कथा, संपूर्ण वेदों का सार ।।

तीन सौ पैंतीस अध्याय सह,
बारह शोभित भव्य खंड ।
अठारह हजार अनूप श्लोक,
अमृत स्वरिका धार प्रचंड ।
वेदव्यास जी अतुल्य लेखनी,
श्रवण पठन वाचन सौभाग्य द्वार ।
श्रीमद्भागवत कथा, संपूर्ण वेदों का सार ।।

वेद उपनिषद परा शीर्ष महत्ता,
भव सागर पार मूल मंत्र ।
वैष्णव जन पर्याय धन संपदा
मुकुट पौराणिक संहिता तंत्र ।
ज्ञानी चिंतन संत मनन भक्त वंदन,
सात्विक आभा आचार विचार ।
श्रीमद्भागवत कथा, संपूर्ण वेदों का सार ।।

महेन्द्र कुमार

नवलगढ़ (राजस्थान)

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