शुभ दीपावली

( Shubh dipawali )

 

कृपा करें सब देवियॉं,लक्ष्मी,करे विशेष।
सब देवों के संग में,भजिए प्रथम गणेश।

 

ज्योतिर्मय संसार हो,फैले पुण्य प्रकाश।
नयन न कोई अब करे, सूरज-चॉंद तलाश।

 

रिश्तों की सब चौखटें,जहॉं प्रेम अनुबंध।
भावों के दीपक जले,बिखरे सोंधी गंध।

 

खुशियों के दीपक जले,आलोकित घर-द्वार।
लक्ष्मी से धन चाहिए,सबकी यही पुकार।

 

लौट गई दीपावली,दर से कितनी बार।
निर्धन के संसार से,मिटा नहीं अंधियार।

 

 

कवि बिनोद बेगाना

जमशेदपुर, झारखंड

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