होते सिक्के हैं खास | Sikkey
होते सिक्के हैं खास!
( Hote sikkey hain khash )
होते सिक्के हैं खास!
ये जो सिक्के हैं
इनके कई किस्से हैं
ढ़लाई ,पंचिंग , मार्क, स्मारक और
कामन होते हैं प्रकार
भिन्न भिन्न होते इनके आकार!
इतिहास भूगोल से भी इनका नाता
प्रबुद्ध जनों / विशिष्टों को यह बहुत ही भाता
लगाते हैं बोली
पट जाए तो झट भरते झोली!
लगती हैं इनकी प्रदर्शनियां
मुख्य अतिथि होती हैं बड़ी हस्तियां
आमजन बूढ़े बच्चे विद्यार्थी
देख इन स्मृतियों को फूले नहीं समाते हैं
विशेष रूचि रखने वाले
और जानकारियां जुटाते हैं।
कलेक्टर्स इन्हें बेच मुनाफा कमाते हैं।
इतिहास कला संस्कृति सभ्यताओं के
उथल पुथल के साक्षी ये होते हैं
इसका अध्ययन न्यूमिस्मेटिक्स कहलाता है
भैया यह सिक्का मुझे भी बहुत भाता है
कुछ कलेक्शन्स है मेरे पास भी
है आत्म संतोष कुछ है इतिहास मेरे साथ भी!
इतिहासकारों के बीच तो ये काफी लोकप्रिय हैं
इतिहास लेखन में इससे बहुत मदद होती है
देश विदेश के राजवंशों की ये निशानियाँ
कहतीं मजेदार कहानियाँ।
आधुनिक सरकारें भी इसके चलन को बढ़ावा देतीं हैं
इनसे अर्थव्यवस्था में फुटकर की कमी नहीं होती है।
लेखक-मो.मंजूर आलम उर्फ नवाब मंजूर
सलेमपुर, छपरा, बिहार ।