Chahunor
Chahunor

चहुंओर युद्ध हो रहे हैं

( Chahunor yudh ho rahe hai ) 

 

चहुंओर युद्ध हो रहे हैं
बात सब बुद्ध की कर रहे हैं
चहुंओर अधर्म का है जोर
और धर्म का सब तरफ है शोर
कथनी करनी में इतना भेद
हे मानव !
मानस में तेरे कितने छेद?
समझ से है परे
तब से सोच रहा हूँ खड़े खड़े!

 

लेखक-मो.मंजूर आलम उर्फ नवाब मंजूर

सलेमपुर, छपरा, बिहार ।

 

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