सुदामा | Kavita
सुदामा
( Sudama )

( Sudama )


होते सिक्के हैं खास! ( Hote sikkey hain khash ) होते सिक्के हैं खास! ये जो सिक्के हैं इनके कई किस्से हैं ढ़लाई ,पंचिंग , मार्क, स्मारक और कामन होते हैं प्रकार भिन्न भिन्न होते इनके आकार! इतिहास भूगोल से भी इनका नाता प्रबुद्ध जनों / विशिष्टों को यह बहुत ही भाता लगाते हैं…

मां की ममता मां का प्यार ( 2 ) सच है मां सबसे प्यारी है मां सारे जग से न्यारी है मां बिना कोई रह न पाए ठोकर लगे मां याद आए मां ईश्वर का रूप लगता मां की गोद मे सुख मिलता इतनी खूबियां होने पर भी मां घर मे बोझ बन जाती जो…

आओ पेड़ लगाए ( Aao Ped Lagaye ) आओ पेड़ लगाए मिल हरियाली हम लाएं। हरी भरी धरती को आओ हम स्वर्ग बनाए। पर्यावरण के बन प्रहरी कुदरत को संभाले। प्राणवायु देते हमें आओ फर्ज को निभा ले। एक आदमी एक पेड़ संकल्प हमको लेना। एक वृक्ष मेरी ओर से भी बढ़कर लगा देना।…

जीयो जीने दो ( Jiyo Jeene Do ) बैठ बलाओं से यूँ मत थक हार कर ज़ीस्त नदी है इसको तिरकर पार कर ख़ुद भी जीयो जीने दो औरों को भी क्या होगा उपलब्ध किसी को मार कर क्या खोया क्या पाया पूरे रोज़ में रोज़ ज़रा सा सोते वक़्त विचार कर सोई हैं…

बाल गणेश ( Bal Ganesh ) बाल गणेश ने थाम रखा है मोदक अपने हाथ में, मूषकराज जी रहते है हर पल उनके साथ में, शांत खड़े कोने में देख रहे ललचाई आँखों से सोच रहे मुझे भी मोदक खाने को मिलेगा बाद में! कवि : सुमित मानधना ‘गौरव’ सूरत ( गुजरात ) यह भी…