सुनो
सुनो
निर्लज्ज बेरोज़गारी ( Nirlaj Berojgari ) खाली पड़ी ज़ैब से सपने भी खाली आते है, बेकारी की गाली खाते को, अपने भी गाली दे जाते हैं। सारे रिश्ते-नाते बेगाने से मुँह तकते रहते, गुनाहगार की तरह, ‘रोज़गार का प्रश्नचिह्न’ लगाते हैं। अपने ही घर में परिवार का कलंक कहलाकर, माँ-बाप के टुकड़ों पर पलने…
भाग्यहीन ( Bhagyaheen ) कहाँ गए रणछोड द्रौपदी, पर विपदा अब भारी है। रजस्वला तन खुले केश संग,विपद में द्रुपद कुमारी है। पूर्व जन्म की इन्द्राणी अब,श्रापित सी महारानी है। पांच महारथियों की भार्या, धृत की जीती बाजी है। हे केशव हे माधव सुन लो,भय भव लीन बेचारी है। नामर्दो की खुली…
प्यारा तिरंगा ( Pyara tiranga ) लगा लो तू सीने से प्यारा तिरंगा, हर साँस में घुल रहा है तिरंगा। करते मोहब्बत सभी देशवासी, बड़ी शान से फहर रहा है तिरंगा। अस्मिता है देखो इसी से सभी की, उठाओ नजर देखो घर-घर तिरंगा। हिम्मत और साहस का पहचान मेरा, बलिदानियों का चमन है तिरंगा।…
स्पृहा नीरव पथ पर,नेह अमिय स्पंदन उर तरंग नवल आभा, प्रसून सदृश मुस्कान । परम स्पर्शन दिव्यता, यथार्थ अनूप पहचान । मोहक स्वर अभिव्यंजना, परिवेश सुरभि सम चंदन । स्पृहा नीरव पथ पर,नेह अमिय स्पंदन ।। अनुभूति सह अभिव्यक्ति , मिलन अहम अभिलाषा । कृत्रिमता विलोपन पथ, प्रस्फुटित नैसर्गिक भाषा। अंतर्नाद मंगल मधुर, नैतिकता…
शाबाश कतर ! ( Shabaash Qatar ) बड़े प्रभावी ढंग से कतर ने- कोविड-19 का मुकाबला किया है, एक जबरदस्त कामयाबी हासिल किया है। त्वरित पहचान व रोकथाम शुरू किया, प्रभावित समूहों को शीघ्र अलग किया; इसी ने उसे बेहतर रिजल्ट दिया । वहां 29 फरवरी को पहला मामला आया, लगभग 667936 लोगों को जांचा…
श्रृंगार (Shringaar ) मधुर स्वर कोकिलार कूकन कामिनी जस रति बदन सी। जड़ित मुक्ता मणित अगणित स्वर्ण कंगन खनखनन सी।। कमलदल बल विकल लखि अधरन की आभा, दृगन खंजन चुभन चितवन मलयज सुलाभा, करत जात निनाद सरिता अनवरत कलकल वचन सी।। जड़ित ०।। कर्ण कुण्डल में भूमण्डल नथनी में ब्रह्मांड…